पटना में जीजा-साली विवाद ने पकड़ा तूल, दुष्कर्म के आरोप के बाद बहनोई गिरफ्तार, मामला सोशल मीडिया पर वायरल
राजधानी पटना से एक चौंकाने वाला और संवेदनशील मामला सामने आया है, जिसने पारिवारिक रिश्तों की मर्यादा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कोतवाली थाना क्षेत्र की एक युवती ने अपने सगे बहनोई (जीजा) पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
पुलिस ने मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच की, और प्रथम दृष्टया साक्ष्य मिलने के बाद आरोपी बहनोई को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह मामला अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, और लोगों के बीच जबरदस्त चर्चा और बहस का विषय बन गया है।
क्या है पूरा मामला?
कोतवाली थाना में दी गई शिकायत में पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसका बहनोई लंबे समय से उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। एक दिन जब वह घर में अकेली थी, तब उसके जीजा ने दुष्कर्म किया। इसके बाद युवती ने साहस जुटाकर पुलिस से संपर्क किया और मामला दर्ज कराया।
आरोपी की गिरफ्तारी, बहन ने किया बचाव
मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली थाना पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की। पूछताछ और प्राथमिक साक्ष्यों के आधार पर आरोपी बहनोई को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अब मेडिकल रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच की प्रतीक्षा कर रही है।
हालांकि, युवती की बहन, यानी आरोपी की पत्नी ने इस पूरे मामले को झूठा और षड्यंत्र करार दिया है। उसका कहना है कि
"मेरी बहन झूठ बोल रही है। मेरे पति निर्दोष हैं। दोनों के बीच पहले से किसी बात को लेकर विवाद था।"
सोशल मीडिया पर बहस तेज
यह मामला अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो गया है। लोग अलग-अलग पक्षों में बंट गए हैं — कुछ पीड़िता के समर्थन में हैं, तो कुछ इसे पारिवारिक साज़िश मान रहे हैं। कुछ यूज़र्स इसे न्यायिक प्रक्रिया से पहले 'ट्रायल बाय मीडिया' भी बता रहे हैं।
पुलिस का रुख
कोतवाली थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि,
“मामला अत्यंत संवेदनशील है। मेडिकल परीक्षण और अन्य सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जांच निष्पक्ष रूप से की जा रही है।”
विशेषज्ञों की राय
कानूनी जानकारों का मानना है कि दुष्कर्म जैसे मामलों में दोनों पक्षों की बात सुनना और सबूतों के आधार पर कार्रवाई करना आवश्यक है। किसी को भी बिना पर्याप्त प्रमाण के दोषी या निर्दोष ठहराना न्याय के सिद्धांतों के विरुद्ध है।