बिहार में वोटर सूची विवाद: तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर ने जताई अपनी राय
बिहार की मतदाता सूची में बीजेपी नेता भीखूभाई दलसानिया का नाम शामिल होने के बाद सियासत गरम हो गई है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इसे लेकर सवाल उठाए और इस बात पर जोर दिया कि ऐसे मामले चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े करते हैं।
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि दलसानिया मूलतः गुजरात के रहने वाले हैं, लेकिन उन्होंने बिहार का वोटर कार्ड बनवा लिया है। उन्होंने पूछा कि क्या अब वे भ्रमण कर बिहार में वोट डालेंगे।
इस पर अब प्रशांत किशोर (पीके) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग चाहे जिसे भी वोटर बना ले, जिसका नाम काटना है काट ले और जिसका नाम जोड़ना है जोड़ ले, लेकिन बिहार की जनता ने अपना निर्णय पहले ही ले लिया है। पीके ने यह भी कहा कि इस बार बदलाव निश्चित है और जनता अपने मताधिकार का उपयोग करके स्पष्ट संदेश देगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि चुनाव से पहले ऐसे मुद्दों पर राजनीतिक बयानबाजी तेज होना आम बात है, और यह मतदाता सूची की पारदर्शिता और चुनावी रणनीतियों को लेकर बहस को बढ़ा देता है।
बिहार में एसआईआर प्रक्रिया और वोटर सूची के बदलाव ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। तेजस्वी यादव के आरोप और प्रशांत किशोर के बयान से स्पष्ट हो गया है कि मतदाता सूची से जुड़े विवाद आगामी विधानसभा चुनाव में सियासी लड़ाई का हिस्सा बन सकते हैं।