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Bihar Elections 2025 : चंपारण में छठी बार पहुंचेंगे PM मोदी, 7200 करोड़ रुपए की योजनाओं का करेंगे अनावरण, रैली में 5 लाख लोगों के आने की उम्मीद

 

बिहार की विकास यात्रा में 18 जुलाई का दिन ऐतिहासिक होने जा रहा है। सुबह करीब 11.30 बजे उन्हें मोतिहारी में कनेक्टिविटी, आईटी और स्टार्टअप से जुड़ी कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। इससे यहाँ के लोगों के लिए अनेक अवसरों के द्वार खुलेंगे। मोदी शुक्रवार को बिहार आएंगे और 7200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। मोतिहारी जिला मुख्यालय स्थित गांधी मैदान में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जहाँ मोदी के दोपहर में पहुँचने और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कई केंद्रीय मंत्रियों के साथ मंच साझा करने की उम्मीद है।

स्थानीय सांसद राधा मोहन सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 9 मई 2014, 27 मई 2015, 10 अप्रैल 2018, 1 नवंबर 2020 और 21 मई 2024 को चंपारण आए थे।

डीएम ने कहा- प्रधानमंत्री की रैली में 5 लाख लोगों के आने की उम्मीद

पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने कहा, "रैली स्थल पर जनता के लिए सभी व्यवस्थाएँ की गई हैं, जिसमें लगभग 5 लाख लोगों के आने की उम्मीद है।" जिलाधिकारी ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों से लोगों के आने की उम्मीद है। इसलिए 10,000 बसों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है। पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि शहर में 10,000 से ज़्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि यह प्रधानमंत्री का राज्य का 53वाँ दौरा होगा, "जो दर्शाता है कि बिहार मोदी की प्राथमिकताओं की सूची में सबसे ऊपर है।" शुरू की जाने वाली विकास परियोजनाओं में रेलवे से जुड़ी 5,385 करोड़ रुपये की परियोजनाएँ शामिल होंगी।

रेलवे द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, इसमें 4,079 करोड़ रुपये की लागत से 256 किलोमीटर लंबी दरभंगा-नरकटियागंज लाइन और 585 करोड़ रुपये की लागत से दरभंगा-थलवारा और समस्तीपुर-रामभद्रपुर लाइनों का दोहरीकरण शामिल है।

मोदी मोतिहारी में क्यों हैं?

बिहार के मोतिहारी में, प्रधानमंत्री रेल, सड़क, ग्रामीण विकास, मत्स्य पालन, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र से संबंधित विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, बिहार में 7,200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का अनावरण किया जाएगा, जबकि बंगाल में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा।