Bihar Elections 2025 : चुनावी मिशन पर पीएम मोदी, मोतिहारी में करेंगे जनसभा, जानें क्या है सियासी मायने
बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने अपनी चुनावी तैयारियाँ तेज़ कर दी हैं। इसी कड़ी में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर बिहार के दौरे पर हैं, जहाँ वे पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में एक जनसभा को संबोधित करेंगे और विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन करेंगे। हालाँकि, इस दौरे का मुख्य उद्देश्य चंपारण क्षेत्र में NDA की पकड़ को और मज़बूत करना माना जा रहा है।
राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है चंपारण क्षेत्र
चंपारण क्षेत्र न केवल ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि राजनीतिक रूप से भी बेहद महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में कुल 21 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से 17 सीटों पर पिछली बार NDA ने कब्ज़ा किया था। पूर्वी चंपारण में 12 और पश्चिमी चंपारण में 9 विधानसभा सीटें हैं। 2015 के विधानसभा चुनाव में, जब जनता दल (यूनाइटेड) NDA का हिस्सा नहीं था, तो भारतीय जनता पार्टी (BJP) को इस क्षेत्र में सीटों का नुकसान हुआ था। हालाँकि, 2020 में JDU के NDA में वापस आने के बाद, गठबंधन की सीटों और वोट शेयर दोनों में वृद्धि देखी गई।
2020 बनाम 2015
2015 में, एनडीए ने पूर्वी चंपारण की 12 में से केवल 5 सीटें जीती थीं। लेकिन 2020 में जेडीयू के साथ आने के बाद यह आंकड़ा बढ़ गया। भाजपा का वोट शेयर 23.5% से बढ़कर 25.8% हो गया, जबकि जेडीयू को 20.1% वोट मिले। इसके विपरीत, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस को इस क्षेत्र में नुकसान हुआ।
प्रधानमंत्री की निरंतर सक्रियता बिहार चुनाव को लेकर भाजपा की गंभीरता को दर्शाती है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार में निरंतर सक्रियता बिहार चुनाव को लेकर भाजपा की गंभीरता को भी दर्शाती है। प्रधानमंत्री ने मई, जून और अब जुलाई में बिहार में रैलियां की हैं। 29 मई को पटना में रोड शो, 30 मई को बिक्रमगंज में जनसभा और 20 जून को सीवान में रैली के बाद, अब जुलाई में मोतिहारी की योजना बनाई गई है। हर महीने प्रधानमंत्री की उपस्थिति दर्शाती है कि भाजपा बिहार चुनाव को लेकर बेहद गंभीर है और लगातार मतदाताओं से जुड़ने की कोशिश कर रही है।