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बेगूसराय में 1800 रुपये रिश्वत लेते नप गए जिला कल्याण पदाधिकारी और नाजिर, भेजे जाएंगे जेल

 

बेगूसराय में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (Vigilance & Investigation Bureau) ने सोमवार को एक बड़ी कार्रवाई की। इस कार्रवाई में जिला कल्याण पदाधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल और उनके कार्यालय के नाजिर जीवेंद्र कुमार सिंह को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया।

सूत्रों के अनुसार, अधिकारियों ने जिले के कल्याण विभाग में चल रहे भ्रष्टाचार पर नजर रखते हुए लंबे समय से छापेमारी की योजना बनाई थी। इस दौरान सूचना मिली कि जिला कल्याण पदाधिकारी और नाजिर लाभार्थियों से पैसे लेकर सरकारी योजनाओं के कागजात में अनियमितता कर रहे हैं। सूचना मिलने के बाद निगरानी टीम ने कार्रवाई करते हुए कार्यालय में ही उन्हें रिश्वत लेते हुए दबोच लिया।

निगरानी ब्यूरो के अधिकारियों ने बताया कि इस कार्रवाई से विभाग में भ्रष्टाचार और अव्यवस्था की सच्चाई सामने आई है। दोनों गिरफ्तार अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके तहत विभागीय जांच के साथ-साथ आपराधिक मामला भी दर्ज किया गया है।

स्थानीय लोग और कर्मचारी इस कार्रवाई से चौंके हुए हैं। कई लोगों का कहना है कि कल्याण विभाग में इस तरह की अनियमितताएँ लंबे समय से चल रही थीं, लेकिन आम लोगों तक इसकी जानकारी नहीं पहुंचती थी। गिरफ्तारियों के बाद विभाग में साफ-सफाई और जिम्मेदार कर्मचारियों के प्रति प्रशासन की गंभीरता का संदेश गया है।

निगरानी ब्यूरो ने चेतावनी दी है कि भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। भविष्य में भी विभागों में अनियमितताओं की लगातार जांच की जाएगी ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंचे।

इस मामले के बाद बेगूसराय में कल्याण विभाग और अन्य सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों के कामकाज पर कड़ी नजर रखी जा रही है। प्रशासन का दावा है कि ऐसे सख्त कदमों से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा और जनता के हितों की रक्षा होगी।