बलरामपुर में सरकारी गाड़ी से जन्मदिन मनाने का मामला, मुख्य सचिव ने पेश किया शपथपत्र, दोषी पर लगा जुर्माना
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक पुलिस अधिकारी की पत्नी द्वारा सरकारी वाहन में अपना जन्मदिन मनाने के मामले में राज्य सरकार की ओर से गुरुवार को हाईकोर्ट में शपथपत्र (एफिडेविट) प्रस्तुत किया गया। इस शपथपत्र में बताया गया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर चालान प्रस्तुत कर दिया गया है, और दोषी महिला पर जुर्माना भी लगाया गया है।
इस प्रकरण को लेकर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने सुनवाई की और मामले की अगली सुनवाई अगस्त महीने में तय की गई है।
क्या है मामला?
यह मामला अप्रैल 2024 का है, जब बलरामपुर जिले के एक पुलिस अधिकारी की पत्नी ने सरकारी गाड़ी का निजी इस्तेमाल करते हुए उसमें अपना जन्मदिन समारोह मनाया था। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें सरकारी वाहन में सजावट, केक काटना और पार्टी का दृश्य देखा गया। इस पर राज्यभर में काफी आलोचना हुई थी।
कोर्ट की सख्ती के बाद कार्रवाई
इस मामले को लेकर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए सरकार से जवाब तलब किया था। कोर्ट ने यह भी पूछा था कि सरकारी संपत्ति के दुरुपयोग के मामले में अब तक क्या कार्रवाई की गई है और दोषियों के खिलाफ क्या कदम उठाए गए हैं।
मुख्य सचिव की ओर से पेश किए गए शपथपत्र में बताया गया कि:
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मामले की एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
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विचाराधीन चालान अदालत में प्रस्तुत किया जा चुका है।
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दोषी महिला पर जुर्माना भी लगाया गया है।
अगली सुनवाई अगस्त में
हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने मामले की विस्तृत जानकारी लेने के बाद अगली सुनवाई अगस्त महीने में तय की है, जिसमें यह देखा जाएगा कि क्या वास्तविक रूप से प्रभावी कार्रवाई की गई है या नहीं।
प्रशासनिक जवाबदेही पर सवाल
यह मामला एक बार फिर यह मुद्दा उठाता है कि सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग किस स्तर पर हो रहा है। खासकर जब किसी अधिकारी के परिवार के सदस्य इसका निजी लाभ के लिए उपयोग करें, तो यह न केवल आचार संहिता का उल्लंघन है, बल्कि जनता के टैक्स से खरीदी गई संपत्ति की अवमानना भी है।