आंध्र प्रदेश के येलामांचिली में टाटानगर-एर्नाकुलम एक्सप्रेस के दो कोच में लगी भयानक आग, एक यात्री की मौत, मचा कोहराम
टाटानगर-एर्नाकुलम एक्सप्रेस के दो कोच में आग लगने की घटना में एक यात्री की मौत हो गई। हादसा रविवार को येलामांचिली स्टेशन के पास हुआ। अभी तक आग लगने की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।
रेल अधिकारियों के अनुसार, आग लगने के समय दोनों कोच में कुल 158 लोग सवार थे। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, यात्रियों ने समय रहते कोच से बाहर निकलकर अपनी जान बचाई, लेकिन एक यात्री की मौत हो गई। इसके अलावा अन्य यात्रियों को चोटें भी आई हैं, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। अधिकारियों ने कहा कि आग लगने के कारणों की जांच के लिए एक टीम गठित कर दी गई है। इस हादसे की गहन जांच के बाद ही आग लगने के कारणों का पता चल पाएगा।
यात्रियों ने बताया कि आग अचानक लगी और कोच में धुआं फैल गया। यात्रियों में अफरातफरी मच गई, लेकिन रेलवे कर्मचारियों ने समय रहते उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। कुछ यात्री मामूली जलने और धुएं से प्रभावित हुए हैं।
रेल मंत्रालय ने कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा और राहत को प्राथमिकता दी जाएगी। मृतक यात्री के परिवार को मुआवजा दिया जाएगा और घायलों का उपचार जारी है। मंत्रालय ने अधिकारियों को आदेश दिया है कि आग लगने की पूरी घटना की रिपोर्ट जल्द से जल्द प्रस्तुत की जाए।
विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रेन के कोच में आग लगना गंभीर समस्या है। इसके पीछे अक्सर इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट, उपकरणों की खराबी या किसी यात्री की लापरवाही होती है। रेल सुरक्षा उपायों को और मजबूत करना आवश्यक है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
रेलवे यात्रियों से भी अपील कर रहा है कि वे अपने सामान और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का ध्यान रखें और ट्रेन में किसी भी संदिग्ध स्थिति की सूचना तुरंत कर्मचारियों को दें।
आंध्र प्रदेश के येलामांचिली में यह हादसा यात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए चेतावनी का संदेश है कि रेल सुरक्षा और आपातकालीन तैयारियों को और मजबूत किया जाना चाहिए।