जयपुर स्पोर्ट्स डेस्क। हॉकी जादूगर भारतीय दिग्गज मेजर ध्यानचंद का आज 115 वां जन्मदिन है। ध्यानचंद की जयंती को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस बार भी महान खिलाड़ियों को याद किया जा रहा है। पर अब भी ध्यानचंद को लेकर सवाल है कि क्या इस महान खिलाड़ियों को अब तक भारत रत्न नहीं दिया गया है।
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ध्यानचंद एक महान खिलाड़ी रहे हैं और उनका सम्मान पूरा विश्व करता है , ऐसे में उन्हें भारत रत्न ना मिल पाना अपने आप में एक महान खिलाड़ी के सम्मान को फीका करना होगा। सालों से ध्यानचंद को भारत रत्न दिए जाने की मांग की जा रही है लेकिन देश में इतनी सरकारें आईं गईं, लेकिन किसी ने भी इस महान खिलाड़ी को देश का सर्वाच्च सम्मान दिलाने का प्रयास नहीं किया।
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बता दें कि ध्यानचंद के खेल की महानता का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने भारत को 3 बार ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलवाया था ।ध्यानचंद की बॉल पर पकड़ गजब की । इसलिए उन्हें ‘द विजार्ड ऑफ इंडियन हॉकी’ कहा जाता था।वह जब मैदान पर खेलते थे तो गेंद उनकी हॉकी स्टिक से चिपकी रहती है कि और विपक्षी टीम को चकमा देकर गोल कर देते थे।ध्यानचंद ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में 400 से ज्यादा गोल किए थे । उन्होंने अपना आखिरी मुकाबला 1948 में खेला था।ध्यानचंद जैसा कोई दूसरा दिग्गज भारतीय महाद्वीप पर कोई दूसरा खिलाड़ी पैदा नहीं हुआ है। एक ओर जहां देश अपने इस महान खिलाड़ी को याद कर रहा है, वहीं फिर से ध्यानचंद को भारत रत्न जैसा सम्मान दिए जाने की मांग उठ रही है।