कप्तान को नहीं था भरोसा, 68वें ओवर तक नहीं दी बॉलिंग, वॉशिंगटन सुंदर ने आते ही दो बड़े शिकार किए
टीम इंडिया के इंग्लैंड दौरे पर उसके कुछ खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। नए कप्तान शुभमन गिल ने भी अपने बल्ले से दमदार शुरुआत की। लेकिन इसके बावजूद, पूरी सीरीज़ के दौरान कई ऐसे फैसले हुए जिनसे कोच गौतम गंभीर और कप्तान गिल पर सवाल उठते रहे। मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान गिल और गंभीर ने एक ऐसी ही गलती की और ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने उन्हें करारा जवाब दिया। इस मैच में, इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान कप्तान गिल और गंभीर ने सुंदर पर भरोसा नहीं किया और फिर गेंदबाज़ ने कुछ ही ओवरों में दो बड़े विकेट लेकर उन्हें गलत साबित कर दिया।
ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में टेस्ट सीरीज़ के चौथे मैच के दूसरे दिन इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी शुरू हुई। टीम इंडिया के 358 रनों पर आउट होने के बाद इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी शुरू की और अगले ही दिन उसके बल्लेबाज़ों ने भारतीय गेंदबाज़ों की धज्जियाँ उड़ाते हुए 225 रन बनाए, जबकि सिर्फ़ 2 विकेट गिरे। दूसरे दिन टीम इंडिया ने 46 ओवर फेंके, जिसमें हर गेंदबाज़ ने खूब रन दिए। लेकिन इस दौरान वाशिंगटन सुंदर को एक भी ओवर नहीं दिया गया, जिससे सवाल उठे।
सुंदर ने दिया सही जवाब
ऐसे में, जब तीसरा दिन शुरू हुआ, तो उम्मीद थी कि कोच गंभीर और कप्तान गिल अपनी रणनीति में इस गलती को सुधारेंगे। लेकिन एक बार फिर वही नजारा देखने को मिला और पहले सत्र में सुंदर को गेंद नहीं दी गई। पहले सत्र में जब 22 ओवर का खेल हो चुका था, लंच से पहले, कप्तान गिल को आखिरकार इस ऑफ स्पिनर की याद आई। इंग्लैंड की पारी के 68 ओवर पूरे होने के बाद, सुंदर को गेंदबाजी के लिए बुलाया गया और फिर उन्हें सफलता हासिल करने में ज़्यादा समय नहीं लगा।
लंच से पहले सुंदर को सिर्फ़ 3 ओवर गेंदबाजी का मौका मिला, लेकिन यह दिखाने के लिए काफ़ी था कि गिल ने उन्हें गेंद न देकर कितनी बड़ी गलती की थी। दूसरा सत्र शुरू होते ही सुंदर ने गेंदबाजी शुरू की और सिर्फ़ 7 गेंदों में टीम इंडिया को सफलता दिला दी। उन्होंने अपने पाँचवें ओवर की पहली गेंद पर ओली पोप को आउट करके 144 रनों की साझेदारी को तोड़कर टीम को राहत दी। सुंदर यहीं नहीं रुके और दो ओवर बाद उन्होंने आक्रामक बल्लेबाज़ हैरी ब्रुक को भी पगबाधा आउट कर दिया।
गंभीर-गिल की रणनीति पर उठे सवाल
कुल मिलाकर, जब टीम इंडिया को तीसरे विकेट के लिए 38 ओवर तक इंतज़ार करना पड़ा, तब सुंदर ने सिर्फ़ 3 ओवर में 2 विकेट लेकर टीम इंडिया को वापसी का मौका दिया। इस प्रदर्शन से भारतीय ऑफ स्पिनर ने कोच गंभीर और कप्तान गिल की रणनीति और समझ पर भी सवाल खड़े कर दिए। ये सवाल इसलिए भी उठे क्योंकि सुंदर ने लॉर्ड्स में खेले गए आखिरी टेस्ट मैच में शानदार गेंदबाजी की थी और दूसरी पारी में इंग्लैंड के 4 बल्लेबाज़ों को आउट किया था। इतने शानदार प्रदर्शन के बावजूद उन्हें 68 ओवर गेंदबाजी का मौका न देने पर टीम प्रबंधन पर सवाल उठना स्वाभाविक है।