मैच फिक्सिंग को लेकर ICC ने लगाया था 3.5 साल का बैन, वापसी होते ही ठोक दिए इतने रन
क्रिकेट न्यूज डेस्क।। न्यूजीलैंड की टीम इस समय जिम्बाब्वे दौरे पर है। दोनों टीमों के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। सीरीज का दूसरा और आखिरी मैच बुलावायो के क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में खेला जा रहा है। यह मैच जिम्बाब्वे टीम के खिलाड़ी के लिए बेहद खास है। इस खिलाड़ी ने साढ़े तीन साल बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की है। आईसीसी द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के कारण वह क्रिकेट से दूर थे। हालांकि, यह खिलाड़ी वापसी करने में कामयाब रहा और शानदार पारी भी खेली।
पहले प्रतिबंधित, अब वापसी पर खूब रन
दोनों टीमों के बीच खेले गए इस मैच के साथ ही जिम्बाब्वे के अनुभवी खिलाड़ी ब्रेंडन टेलर ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की। ब्रैंडन टेलर पर आईसीसी ने साढ़े तीन साल का प्रतिबंध लगाया था, जो हाल ही में समाप्त हुआ। ब्रैंडन टेलर पर आईसीसी ने स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में 2022 में प्रतिबंध लगाया था। इतना ही नहीं, साल 2021 में ब्रैंडन टेलर का ब्लड टेस्ट कराया गया था जिसमें कोकीन मेटाबोलाइट भी पाया गया था। इन सब घटनाओं के बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। लेकिन अब वह एक बार फिर वापसी कर चुके हैं।
ब्रैंडन टेलर ने वापसी करते हुए शानदार पारी खेली। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ इस मैच में उन्हें बतौर सलामी बल्लेबाज़ खेलने का मौका मिला। मैच की पहली पारी में ब्रैंडन टेलर ने 107 गेंदों का सामना करके 44 रन बनाए। उनकी पारी में 6 चौके शामिल थे। इस पारी में ब्रैंडन टेलर के अलावा कोई भी बल्लेबाज़ कुछ खास नहीं कर सका। वह एक छोर पर डटे रहे, जबकि एक के बाद एक विकेट गिरते रहे। टीम ने सिर्फ़ 100 रन पर 9 विकेट गंवा दिए।
वापसी पर बनी खास सूची
ब्रैंडन टेलर सबसे लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 12वें खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने 2004 में ज़िम्बाब्वे के लिए अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। अब वापसी के साथ ही उनका टेस्ट करियर कुल 21 साल 93 दिन लंबा हो गया है। आपको बता दें कि सबसे लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी विल्फ्रेड रोड्स हैं। उन्होंने 30 साल 315 दिन तक टेस्ट क्रिकेट खेला। वहीं, सचिन तेंदुलकर का टेस्ट करियर भी 24 साल 1 दिन का रहा।