क्रिकेट मैदान पर पांच ऐसे मौके जब मौत से जंग हार गए खिलाडी, खेलते खेलते ही गंवानी पडी जान
क्रिकेट न्यूज डेस्क।। क्रिकेट को आमतौर पर एक शांत और 'जेंटलमैन गेम' माना जाता है, लेकिन इस खेल में कई ऐसी घटनाएँ हुई हैं जो जानलेवा साबित हुई हैं। सुरक्षा उपकरणों के बावजूद, गेंद लगने की कई घटनाएँ ऐसी हुई हैं जिनसे हर कोई दर्द में डूब गया। आइए जानते हैं क्रिकेट इतिहास की उन 5 दर्दनाक चोटों के बारे में, जिन्होंने खेल जगत को झकझोर कर रख दिया।
फिलिप ह्यूज - ऑस्ट्रेलिया
फिलिप ह्यूज की मौत क्रिकेट इतिहास की सबसे दुखद घटनाओं में से एक है। नवंबर 2014 में एक घरेलू मैच के दौरान, वह सीन एबॉट की बाउंसर पर बैकफुट पुल शॉट खेलने गए, लेकिन गेंद उनके हेलमेट के उस हिस्से पर लगी जहाँ सुरक्षा नहीं है। गेंद उनके सिर पर लगी और उन्हें 'सब-अरेक्नॉइड हैमरेज' हो गया। वह मैदान पर बेहोश हो गए और तीन दिन बाद अस्पताल में उनकी मौत हो गई। ह्यूज की मौत के बाद, क्रिकेट में हेलमेट के डिज़ाइन में काफ़ी बदलाव किया गया।
रमन लांबा - भारत
भारतीय बल्लेबाज़ रमन लांबा 1998 में ढाका में एक लीग मैच खेल रहे थे। वह बिना हेलमेट के शॉर्ट लेग पर क्षेत्ररक्षण कर रहे थे। बल्लेबाज़ ने एक ज़ोरदार शॉट खेला और गेंद सीधे उनके सिर पर लगी। शुरुआत में लांबा ने कहा कि वह ठीक हैं, लेकिन बाद में गंभीर मस्तिष्क की चोट के कारण उनकी हालत बिगड़ गई। उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ और कुछ ही घंटों में उनकी मृत्यु हो गई।
नारी कॉन्ट्रैक्टर - भारत
पूर्व भारतीय कप्तान नारी कॉन्ट्रैक्टर 1961-62 के वेस्ट इंडीज़ दौरे के दौरान बारबाडोस के खिलाफ़ एक मैच में बल्लेबाज़ी कर रहे थे। तेज़ गेंदबाज़ चार्ली ग्रिफ़िथ की एक बाउंसर उनके सिर पर लगी और वह क्रीज़ पर गिर पड़े। गेंद से उनकी खोपड़ी में फ्रैक्चर हो गया और उन्हें तुरंत ब्रेन सर्जरी करानी पड़ी। कॉन्ट्रैक्टर छह दिनों तक कोमा में रहे। उनकी जान तो बच गई, लेकिन यह चोट उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत साबित हुई।
अब्दुल अज़ीज़ - पाकिस्तान
1959 में, युवा पाकिस्तानी बल्लेबाज़ अब्दुल अज़ीज़ कराची में एक घरेलू मैच खेल रहे थे। एक तेज़ गेंदबाज़ की बाउंसर सीधे उनके सीने पर लगी। सिर्फ़ 17 साल की उम्र में उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वह बाउंसर उनके लिए जानलेवा साबित हुई। वह ज़मीन पर गिर पड़े और बाद में उनकी मृत्यु हो गई। यह घटना आज भी क्रिकेट इतिहास की सबसे दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं में से एक मानी जाती है।
मार्क वर्म्यूलेन - ज़िम्बाब्वे
भारत के खिलाफ खेलते हुए, ज़िम्बाब्वे के बल्लेबाज़ मार्क वर्म्यूलेन को इरफ़ान पठान की एक तेज़ बाउंसर गेंद लगी। गेंद उनके सिर पर लगी, जिससे उनकी खोपड़ी में फ्रैक्चर हो गया। उन्हें अपने सिर की एक कठिन सर्जरी करवानी पड़ी। हैरानी की बात यह है कि यह उनके करियर की दूसरी घटना थी जब उन्हें सिर में गंभीर चोट लगी।