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निरंतरता ने Mumbai को बनाया चैम्पियन, प्रयोग ने सीएसके को फिसड्डी : ग्लोफैंस क्रिक डेटा मेट्रिक्स

 

टीम लाइनअप में निरंतरता के कारण मुंबई इंडियंस लगातार अच्छा प्रदर्शन कर पाई और बड़ी आसानी से अपना इंडियन प्रीमियर लीग खिताब बचा पाने में सफल रही। ग्लोफैंस की क्रिक डेटा मैट्रिक्स व्हाइट पेपर ने बताया है कि आईपीएल के 13वें सीजन का पहला मैच खेलने वाली दो टीमें मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स को क्या चीजें अलग बनाती हैं।

मुंबई और चेन्नई ने आईपीएल 2020 की शुरूआत दो शीर्ष टीम के तौर पर की थी। एक ने मौजूदा विजेता के तौर पर और एक ने उपविजेता के तौर पर। मुंबई इंडियंस ने तो अपने से लगी उम्मीदों को पूरा कियाए लेकिन चेन्नई अंकतालिका में निचले स्थान पर रही।

क्रिक डेटा मैट्रिक्स ने आईपीएल में फेंकी गई 14,007 लीगल डिलेवरीज का विश्लेषण किया है। हर डिलेवरी को ग्लोफैंस के कॉपीराइट वाले टूल से 40 पैमानों पर मापा गया है। आईपीएल-13 पर व्हाइट पेपर की स्टडी को पांच लाख साठ हजार दो सौ अस्सी अलग-अलग मैट्रिक्स पर मापा गया है।

560,280 प्राथमिक स्टडी के बाद जो कर्व मिला उसमें मुंबई इंडियंस सबसे आगे है। रोचक बात है कि इसमें पिछले साल की उपविजेता नीचे गिरती दिखी है।

नंबर-3 और नंबर-5 बल्लेबाजी क्रम पर निरंतरता निर्णायक पहलू बना है। मुंबई इंडियंस के लिए नंबर-3 पर सूर्यकुमार यादव बल्लेबाजी कर रहे थे। चौथे और पांचवें नंबर पर वह तीन विकल्प के साथ गए। वहीं सीएसके के पास सुरैश रैना की गैरमौजूदगी में कभी भी सैटल बल्लेबाजी क्रम नहीं दिखा।

मुंबई ने तीसरे नंबर पर सूर्यकुमार को ही खेलाया, लेकिन सीएसके लगातार इस क्रम पर बदलाव करती रही। फाफ डु प्लेसिस और शेन वाटसन ने इस नंबर पर तीन-तीन पारियां खेलीं। जब तक अंबाती रायडू इस नंबर पर सैटल होते चेन्नई के लिए टूर्नामेंट खत्म हो गया था।

इसी तरह मुंबई ने नंबर-4 पर तीन विकल्प आजमाए जो अधिकतर मैच की स्थिति के हिसाब से थे। वहीं सीएसके ने 12 पारियों में छह अलग-अलग खिलाड़ी यहां आजमाए। यहां दोनों टीमें में अंतर इस बात से देखा जा सकता है कि मुंबई ने नंबर-4 पर 144.22 की स्ट्राइक रेट से 437 रन बनाए। वहीं चेन्नई ने 118.81 की स्ट्राइक रेट से 259 रन बनाए।

एक बार फिर नंबर-5 पर मुंबई के तीन अलग-अलग बल्लेबाजों ने 131.29 की स्ट्राइक रेट से 193 रन बनाए। वहीं सीएसके ने नंबर-5 पर 11 पारियों में छह अलग-अलग बल्लेबाजों को आजमाया, लेकिन पारी को बचाने के दबाव में यहां रन रेट गिरता गया।

मजबूत और निरंतर बल्लेबाजी से मुंबई के गेंदबाजों को भी फायदा हुआ। उसके जसप्रीत बुमराह और ट्रेंट बोल्ट ने 29 और 27 विकेट लिए। वहीं सीएसके के दीपक चहर तथा सैम कुरैन 13 एंव 12 विकेट ही ले सके।

श्रन्यूज स्त्रोत आईएएनएस