जयपुर स्पोर्ट्स डेस्क।। सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय करियर में 100 शतक लगाए। सचिन के पहले अंतर्राष्ट्रीय शतक की आज सालगिरह है और इस पर उन्होंने बात की है। सचिन ने 14 अगस्त 1990 को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में पहला अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाया था।
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पुराने वक्त को याद करते हुए क्रिकेट के भगवान ने बताया है कि मैनचेस्टर में लगाए गए उस पहले शतक की नींव सियोलकोट में पाकिस्तान के खिलाफ पड़ी थी जब उन्होंने वकार यूनिस का सामना किया था । सचिन ने कहा है, मैंने 14 अगस्त को शतक बनाया था और अगला दिन स्वतंत्रता दिवस था और वह खास था।अखबारों में हेडलाइन अलग थी और उस शतक ने श्रृंखला को जीवंत बनाये रखा।
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साथ ही उन्होंने कहा , टेस्ट बचाने की कला मेरे लिए नयी थी। उन्होंने कहा कि वकार यूनिस का बाउंसर लगने के बाद नाक से खून बहने के बावजूद बल्लेबाजी करते हुए उन्हें पता चला गया थी कि वह मैच बचा सकते हैं । सचिन ने कहा – सियालकोट में मैंने चोट के बावजूद 57 रन बनाए थे और हमने वह मैच बचाया जबकि 4 विकेट 38 रन पर गिर गए थे ।
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वकार का बाउंसर और दर्द में खेलते रहने से मैं मजबूत हो गया था। बता दें कि सचिन पाकिस्तान के खिलाफ सियालकोट में वकार यूनिस की गेंद पर चोटिल हो गए थे लेकिन इसके बावजूद उन्होंने क्रीज पर निडर होकर बल्लेबाजी की थी । उस घटना के बाद सचिन तेंदुलकर ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और काफी कुछ हासिल किया है।