इस क्रिकेटर की लाइफ जानी तो आंसू आएंगे, पिता ड्रॉइवर है और मां सिलाई का काम करती है
क्रिकेट में अक्सर खिलाड़ियों को दौलत शौहरत मिल जाती है, भारत में भले पुरुष क्रिकेट की तुलना में महिला क्रिकेटर को इतना नाम अहमियत ना दी जाती है, पर हाल विश्वकप में भारत प्रशंसकों नजारा बदलता हुआ नजर आ रहा है, किसी सफल खिलाड़ी के पीछे संर्घष जुड़ा हुआ होता है ।
ये भी पढ़ें : श्रीलंका खिलाफ टेस्ट मैच की कुछ इस तरह तैयारी कर रहा ये भारतीय खिलाड़ी
महिला क्रिकेट विश्वकप में के फाइनल में धमाकेदार पारी खेलने वाली पूनम राउत की कहानी भी कुछ ऐसी है , पूनम गणेश राउत 31 साल ड्रॉइवरी की नौकरी कर रहे हैं , और उनके छोटे से घर पूनम की किट रखने की जगह नहीं है, पूनम की मां गीता सिलाई कढ़ाई का काम करती हैं।
ये भी पढ़ें : आखिर क्यों टीम इंडिया का ये खिलाड़ी कप्तान विराट और कोच कुंबले के विवाद को भूल जाना चाहता
उनकी मां बताती की पूनम का शुरु से स्कर्ट और फ्रॉक की जगह जींस टी शर्ट पहनने का शौक रहा है , और वो कभी बॉल नहीं बढ़ाती पूनम का छोटा भाई कनाडा में मैनेजर है, पूनम के लिए लार्ड्स मैदान तक का सफर आसान नहीं रहा है , उनके पिता को अभी भी याद है कि पूनम को क्रिकेट अकादमी भेजने के लिए उन्हें मालिक से 10 रुपए उधार लेने पड़े थे।
ये भी पढ़ें : क्या पुरुष क्रिकेटर्स के भांति महिला क्रिकेटर्स के लिए भी शुरु किया जाना चाहिए IPL , कमेंट में राय दें
पूनम के छोटे भाई को कैंसर हो जाने वजह से परिवार आर्थिक और भावनात्मक संकट से गुजरना पड़ा है , पूनम के पिता गणेश कहते हैं कि ऐसा भी एक वक्त आया जब चीजों से काबू से बाहर हो जाती थं। पर मैं और गीता सौचते थे, कुछ और दिन की बात है ।
ये भी पढ़ें : क्या पुरुष क्रिकेटर्स के भांति महिला क्रिकेटर्स के लिए भी शुरु किया जाना चाहिए IPL , कमेंट में राय दें
लेकिन अब पूनम के पिता गणेश को किसी से उधार नहीं लेने पड़ते, क्योंकि पूनम अपनी पूरी वेतन पिता को सौंप देती है , गणेश कहते हैं कि उसका पिता हूं, ड्रॉइवर हूं, अकाउंटेंट हूं, पूनम जिस तरह का प्रदर्शन विश्वकप के दौरान किया उसके बाद से पूरे परिवार में खुशी लहर है , भारत भले ही हार गई हो पर पूनम जैसी खिलाड़ी प्रशंसकों के दिलों पर राज करेगी ।
खेल जगत की लेटेस्ट जानकारी पाएं हमारे FB पेज पे. अभी LIKE करें – समाचार नामा