ENG vs IND: पूरा इंग्लैंड एक मिनट के लिए हुआ शांत, भारतीय क्रिकेट टीम ने दी अहमदाबाद विमान हादसे में दुर्घटनाग्रस्त पीड़ितो को दी भावुक श्रद्वाजंलि
आज से भारतीय क्रिकेट के एक नए युग की शुरुआत हो रही है, जहां इंग्लैंड और भारत के बीच पहली बार एंडरसन-टेंडुलकर ट्रॉफी का आगाज हेडिंग्ली स्टेडियम, लीड्स में हो रहा है। यह पांच मैचों की शानदार टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला है, जिसमें दोनों टीमों के खिलाड़ी काली पट्टी बांधकर मैदान में उतरे हैं।
खिलाड़ियों ने क्यों पहली काली पट्टी?
खिलाड़ियों की काली पट्टी बांधने के पीछे का कारण है अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देना। बता दें कि 12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171, जो अहमदाबाद से लंदन (गैटविक एयरपोर्ट) जा रही थी, सरदार वल्लभभाई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई, जबकि अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज में भी कई लोगों की जान चली गई, जहां विमान जा गिरा था।
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने एक बयान में कहा, "आज दोनों टीमें अहमदाबाद विमान हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति सम्मान जताने के लिए काले पट्टे पहनेंगी। हमारी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं, जो पिछले हफ्ते हुए इस भयानक हादसे से प्रभावित हुए हैं।"इसके साथ ही, क्रिकेट जगत ने एकजुट होकर इस त्रासदी में खोए हुए लोगों को याद किया और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। आज का यह मैच न सिर्फ एक नए टेस्ट ट्रॉफी की शुरुआत है, बल्कि मानवीय एकता का भी प्रतीक है।
इस पर बीसीसीआई ने बयान जारी करते हुए कहा है कि 'भारतीय क्रिकेट टीम और इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने लीड्स के हेडिंग्ले में पहले टेस्ट के पहले दिन खेल शुरू होने से पहले अहमदाबाद विमान दुर्घटना के पीड़ितों की याद में मौन रखा।टीमों ने प्रभावित लोगों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए काली बांह की पट्टियां पहनी हैं।टीमें उन सभी लोगों के परिवारों और दोस्तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हैं, जिन्होंने दुखद रूप से अपनी जान गंवाई।'
काली पट्टी पहनना क्रिकेट में किसी दुखद घटना या किसी महान व्यक्ति के निधन को याद करने का एक पारंपरिक तरीका है. इस बार यह कदम अहमदाबाद हवाई दुर्घटना के शिकार हुए लोगों के परिवारों के प्रति समर्थन और सहानुभूति दिखाने के लिए उठाया गया. दोनों देशों के खिलाड़ियों ने इस मुश्किल समय में एकजुट होकर यह संदेश दिया कि खेल की भावना सिर्फ जीत-हार तक सीमित नहीं, बल्कि मानवीय मूल्यों को भी प्रोत्साहित करती है.