फाइनल मैच हारने के बाद कप्तान मिताली ने कह दी ये बात, सब रह गए हक्के बक्के
इस बार महिला क्रिकेट विश्वकप टूर्नामेंट भारतीय टीम ने कमाल का प्रदर्शन किया है , वह भले मैच हार गई हो पर तमाम क्रिकेट फैंस के दिलों पर राज करने वाली है । भारत में पुरुष क्रिकेटर की तुलना महिला क्रिकेटर को बहुत कम तवोज्जो दिया जाता है।
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पर अब शायद महिला क्रिकेट की दिन भारत में अच्छे वाले हैं ऐसा कुुछ नजर आ रह है, आईसीसी महिला क्रिकेट विश्वकप फाइनल में करीब मैच हारन के बाद भारतयी टीम की कप्तान मिताली राज को उम्मीद है कि इस बार के विश्वकप में टीम ने जिस तरह से प्रदर्शन किया है उससे लगता है कि भारत में महिला क्रिकेट का भविष्य बेहतर होगा, और खिलाड़ियों को उतनी अहमियत दी जाएगी ।
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बता दें की इंग्लैंड ने रविवार को भारत को लार्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर 9 रनों से हरा दिया , वैसे इंग्लैंड ने मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 229 रनों का लक्ष्य रखा था। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 48.4 ओवर में 219 रन बना सकी और मैच गंवा बैठी ।
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इंग्लैंड की ओर नताली ने 51 रन और सारा टेलर ने 45 रनों की बड़ी पारी की खेली थी। और मैेच के बाद कप्तान मिताली ने कहा है कि उन्हें अपनी टीम पर गर्व है । बता दें की मैच के बाद पुरुस्कार वितरण समारोह के दौरान मिताली ने कहा है कि ‘ इंग्लैंड के लिए आसान नहीं था , पर उन्हें जीत का श्रेय जाता है, उन्होंने दवाब के पलों में बेहतर प्रदर्शन किया, मैच पलट लिया, मैं अपनी टीम के खिलाड़ियों से कहना चाहती हूं मुझे उन पर गर्व है।
मिताली ने मैदान पर मौजूद तमाम समर्थकों का भी शुक्रिया अदा किया । उन्होंने कहा कि मेैं महिला क्रिकेट के सम्मान के लिए तमाम प्रशंसकों को धन्यवाद करती हूं । साथ मिताली ने झूलन गोस्वामी के बारे में अपनी राय साझा की है ।
भारतीय टीम को दो बार फाइनल में पहुंचाने वाली कप्तान मिताली राज ने कहा है कि ‘ झूलन शानदार गेंदबाज हैं , और उन्होंने इस बात को कई बार साबित भी किया है, बल्लेबाजी थोड़ी अनुभव हीन साबित हुई है, और दवाब में बिखर गई ।मैं आश्वस्त हूं को बल्लेबाज को सीखने का मौकरा मिलेगा । मैं खुद को कुछ ओर साल खेलता देखना चाहती हूं, पर अगला विश्वकप नहीं ।
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