IND vs ENG सीरीज खत्म होते ही टीम इंडिया से इन दो दिग्गजों की हो जाएगी छुट्टी, बड़े एक्शन की तैयारी में BCCI
इंग्लैंड दौरे पर भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है, जबकि बल्लेबाजों ने अब तक खेले गए चारों मैचों में प्रभावित किया है। भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पाँच मैचों की टेस्ट सीरीज़ में मेज़बान टीम फिलहाल 1-2 से आगे चल रही है। आखिरी मैच 31 जुलाई से ओवल में खेला जाएगा। इससे पहले, भारतीय टीम के कोचिंग स्टाफ में बदलाव की खबरें आ रही हैं।
गंभीर के कोचिंग स्टाफ पर संकट
द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) 2025 एशिया कप के बाद और अक्टूबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की अगली टेस्ट सीरीज़ से पहले भारतीय टीम के कोचिंग स्टाफ में बदलाव कर सकता है। इनमें से बीसीसीआई रेयान टेन डोशे और मोर्ने मोर्केल पर निशाना साध रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, इन दोनों को टीम से बाहर किया जा सकता है। आपको बता दें कि मोर्ने मोर्केल भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच हैं, जबकि रेयान टेन डोशे मुख्य कोच गौतम गंभीर के सहायक कोच हैं।
नायर को पहले ही हटाया जा चुका है
गौरतलब है कि पिछले साल जब गौतम गंभीर को मुख्य कोच नियुक्त किया गया था, तो उन्होंने अभिषेक नायर से मोर्कल और देशकेत को अपने सहयोगी स्टाफ में शामिल करने का अनुरोध किया था। गंभीर ने लखनऊ सुपर जायंट्स में मोर्कल और कोलकाता नाइट राइडर्स में नायर और देशकेत के साथ काम किया था। सहायक कोच के रूप में नियुक्त नायर को इस साल की शुरुआत में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद हटा दिया गया था। अब रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बीसीसीआई का मानना है कि मोर्कल ने टीम के किसी भी गेंदबाज को बेहतर बनाने में मदद नहीं की है। इसके अलावा, बोर्ड देशकेत के 'वास्तविक काम' की भी जाँच कर रहा है।
अगरकर भी जाँच के दायरे में
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बीसीसीआई मुख्य कोच गौतम गंभीर को और समय देने को तैयार है। हालाँकि, चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर और पूर्वी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले शिव सुंदर दास भी जाँच के दायरे में हैं। दोनों इस समय भारतीय टीम के साथ इंग्लैंड दौरे पर हैं और बीसीसीआई की रडार पर हैं।
कुलदीप को मौका क्यों नहीं मिला?
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कुछ टीम चयनों को लेकर निर्णयकर्ताओं के बीच 'मतभेद' रहे हैं, जिनमें सबसे प्रमुख है स्पिनर कुलदीप यादव की अनुपस्थिति। मैच विजेता माने जाने वाले कुलदीप ने अब तक सीरीज़ में एक भी टेस्ट नहीं खेला है, जबकि प्रबंधन बल्लेबाजी और ऑलराउंडरों में गहराई को प्राथमिकता दे रहा है।