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बर्मिंघम के बाद मैनचेस्टर में टीम इंडिया के पास इतिहास रचने का मौका, इस मैदान के आंकड़े जानें क्या कहते हैं

 

भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर टेस्ट सीरीज़ का चौथा मैच खेला जाएगा। टीम इंडिया अपने 89 साल के टेस्ट इतिहास में यहाँ कभी नहीं जीत पाई है। इस बार मेहमान टीम यहाँ इतिहास रचने के इरादे से उतरेगी। भारत ने 1936 से अब तक ओल्ड ट्रैफर्ड में कुल नौ टेस्ट खेले हैं, जिनमें से उसे चार मैचों में हार का सामना करना पड़ा। वहीं, पाँच मैच ड्रॉ रहे।

पहला टेस्ट 1936 में खेला गया था

भारत ने ओल्ड ट्रैफर्ड में अपना पहला टेस्ट मैच जुलाई 1936 में खेला था, जो ड्रॉ रहा था। इसके बाद, जुलाई 1946 में एक बार फिर दोनों टीमों के बीच मैच ड्रॉ रहा। यहाँ जुलाई 1952 में इंग्लैंड की टीम ने भारत के खिलाफ पारी और 207 रनों से बड़ी जीत दर्ज की थी। इसके बाद जुलाई 1959 में खेले गए टेस्ट में टीम इंडिया को 171 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। भारत ने इस मैदान पर पाँचवाँ टेस्ट अगस्त 1971 में खेला था, जो ड्रॉ रहा था। इसके बाद जून 1974 में टीम इंडिया को यहाँ 113 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।

भारत और इंग्लैंड के बीच इस मैदान पर जून 1982 और अगस्त 1990 में खेले गए टेस्ट मैच ड्रॉ रहे थे, जबकि अगस्त 2014 में भारत को पारी और 54 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। टीम इंडिया लगभग 12 साल बाद इस मैदान पर कोई टेस्ट मैच खेलने जा रही है। इस बार टीम की कमान एक युवा कप्तान के हाथों में है। शुभमन गिल की कप्तानी में भारत ने बर्मिंघम में पहली बार कोई टेस्ट मैच जीता है। ऐसे में देश को इस 25 वर्षीय खिलाड़ी से काफी उम्मीदें हैं। भारत इंग्लैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज़ का पहला मैच पाँच विकेट से हार गया था। इसके बाद टीम इंडिया ने दूसरा टेस्ट 336 रनों के अंतर से जीतकर सीरीज़ बराबर कर ली थी।

टीम इंडिया के पास हिसाब बराबर करने का मौका
टीम इंडिया के पास लॉर्ड्स टेस्ट जीतकर सीरीज़ में बढ़त बनाने का शानदार मौका था, लेकिन उसे इस रोमांचक मुकाबले में 22 रनों से हार का सामना करना पड़ा। फ़िलहाल, इंग्लैंड पाँच मैचों की सीरीज़ में 2-1 से आगे है। सीरीज़ जीतने के लिए टीम इंडिया को बाकी बचे दोनों मैच हर हाल में जीतने होंगे।