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4 छक्के-4 चौके मचाया तूफान, 77 दिनों बाद उतरे मनीष पांडे ने दिलाई टीम को शानदार जीत

 

अनुभवी भारतीय बल्लेबाज मनीष पांडे को भले ही अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मौका न मिल रहा हो, लेकिन उनका बल्ला अभी भी आग उगल रहा है। यही वजह है कि कई दिनों के ब्रेक के बाद खेलने के बावजूद उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई और उन्होंने गेंदबाजों की धज्जियाँ उड़ा दीं। आईपीएल 2025 सीज़न में लगभग ढाई महीने खेलने के बाद महाराजा ट्रॉफी में खेलने उतरे मनीष पांडे ने अपने बल्ले से ऐसा कहर बरपाया कि गेंदबाजों को छिपने की जगह नहीं मिली। इस अनुभवी बल्लेबाज ने टूर्नामेंट के अपने पहले ही मैच में महज 25 गेंदों में अर्धशतक जड़ दिया।

इन दिनों भारत के कई राज्यों में टी20 लीग खेली जा रही हैं और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ की टी20 लीग महाराजा ट्रॉफी का नया सीज़न सोमवार, 11 अगस्त से शुरू हो रहा है। सीज़न के दूसरे मैच में मैसूर वॉरियर्स और बेंगलुरु ब्लास्टर्स आमने-सामने थे। इस मैच के साथ मैसूर के कप्तान मनीष पांडे भी वापसी कर रहे थे, जिन्होंने 77 दिन पहले 25 मई को आईपीएल 2025 में अपना आखिरी मैच खेला था।

सीज़न के अपने पहले ही मैच में कप्तान पांडे ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए जीत की नींव रखी। इस मैच में मनीष की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 180 रन बनाए। हालाँकि, एक समय टीम की हालत अच्छी नहीं थी और 12 ओवर में सिर्फ़ 94 रन पर 5 विकेट गिर गए थे।

ऐसे में कप्तान मनीष ने अपने अनुभव और काबिलियत के दम पर पारी को संभाला और सिर्फ़ 25 गेंदों में अर्धशतक जड़ दिया। 35 वर्षीय मनीष ने सुमित कुमार के साथ छठे विकेट के लिए 86 रनों की साझेदारी की। मनीष ने 200 की ज़बरदस्त स्ट्राइक रेट से सिर्फ़ 29 गेंदों में नाबाद 58 रन बनाए, जिसमें 4 चौके और 4 लंबे छक्के शामिल थे।

बैंगलोर बुरी तरह हारा

जवाब में, बैंगलोर शुरू से ही मैच में पिछड़ती दिख रही थी और उसके विकेट लगातार गिरते रहे। एक समय तो टीम ने सिर्फ़ 82 रनों पर ही 7 विकेट गंवा दिए थे। ऐसे में मनीष पांडे की तरह बैंगलोर के कप्तान मयंक अग्रवाल (66) ने भी बैंगलोर की ओर से मोर्चा संभाला और टीम की उम्मीदों को ज़िंदा रखा। लेकिन उन्हें दूसरी तरफ़ से सहयोग नहीं मिला और पूरी टीम 19.2 ओवर में सिर्फ़ 141 रनों पर ढेर हो गई। मैसूर ने यह मैच 39 रनों के बड़े अंतर से जीत लिया।