आज इस बीज मंत्र के साथ करे मां ब्रह्मचारिणी की अराधना! देवी की कृपा से दूर होंगे सभी दुःख, वीडियो में जाने जाप विधि
नवरात्रि के दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। वे ज्ञान और तप की देवी हैं। उनकी पूजा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। आध्यात्मिक गुरु पंडित कमलापति त्रिपाठी प्रमोद बताते हैं कि देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा विद्यार्थियों के लिए विशेष फलदायी मानी जाती है। वे ज्ञान और बुद्धि की देवी हैं।
ब्रह्म मुहूर्त में पूजा के विशेष लाभ
देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं। भक्तों को ज्ञान, सुख और शांति की प्राप्ति होती है। पंडित त्रिपाठी ने बताया कि सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और किसी मंदिर के पास या घर पर चटाई बिछाकर देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा करें।
प्रसाद के रूप में पंचामृत चढ़ाएँ
उन्हें फूल, चावल, रोली, चंदन आदि अर्पित करें और प्रसाद के रूप में पंचामृत चढ़ाएँ। पंचामृत बनाने के लिए दूध, दही, शहद, घी और चीनी मिलाएँ और केसर व कटे हुए मेवे डालें। देवी ब्रह्मचारिणी को पान, सुपारी और लौंग भी चढ़ाई जाती है।
अकाल मृत्यु से बचाव में सहायक
पूजा के बाद, माँ ब्रह्मचारिणी की आरती करें और सभी को प्रसाद बाँटें। माँ ब्रह्मचारिणी को पंचामृत अर्पित किया जाता है। उन्हें चीनी या गुड़ भी अर्पित किया जा सकता है। इससे अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
बीज मंत्र का जाप अवश्य करें
माँ ब्रह्मचारिणी का बीज मंत्र "ह्रीं श्रीं अम्बिकाय नमः" है। उनकी पूजा के दौरान इसका जाप करें। "या देवी सर्वभूतेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः" मंत्र का जाप भी शुभ माना जाता है।
माँ ब्रह्मचारिणी पूजा विधि
1. स्नान और शुद्धि: सबसे पहले स्नान करें और पवित्र वस्त्र धारण करें।
2. माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा: माँ ब्रह्मचारिणी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें और उनकी पूजा करें।
3. पुष्प और अक्षत: माँ ब्रह्मचारिणी को पुष्प और अक्षत अर्पित करें।
4. दीप और धूप: दीप और धूप जलाएँ और माँ ब्रह्मचारिणी की आरती करें।
5. मंत्र जाप: माँ ब्रह्मचारिणी के मंत्र "ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः" का जाप करें।
6. भोग: माँ ब्रह्मचारिणी को भोग लगाएँ और प्रसाद के रूप में बाँटें।
माँ ब्रह्मचारिणी के मंत्र
मूल मंत्र: ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः
वंदना मंत्र: दधाना करपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलु। देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा।
माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा का महत्व
माँ ब्रह्मचारिणी तप और संयम की देवी हैं। उनकी पूजा से जीवन में स्थिरता और सुख की प्राप्ति होती है। वे ज्ञान और बुद्धि की देवी भी हैं और उनकी पूजा से बुद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा के लाभ
तपस्या और संयम: माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा से तप और संयम की प्राप्ति होती है।
ज्ञान और बुद्धि: माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा से ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति होती है।
जीवन में स्थिरता: माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा से जीवन में स्थिरता और सुख की प्राप्ति होती है।