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दुखों से छुटकारा पाने के लिए करें महाकाल के इन मंत्र का जाप

 

जयपुर । भगवान शिव का प्रिय माहीना श्रावन मास चल रहा है। तथा इस महीने में भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए तरह तरह के जतन कर रहे हैं। श्रावन मास में हर रोज  भगवान शिव की पूजा कर शिवलिंग का अक्षिष्क करने तथा बेलपत्र आर्पित करने से विशेष लाभ मिलवता है।  लेकिन हिन्दू धर्म में मंत्रों के जाप का विशेष महत्व माना  गया है। ऐसा कहा जाता है कि मंत्रों के जाप से भगवान जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं। इस लिए भगवान  शिव की पूजा करते समय कई तरह के मंत्रों का जाप किया जाता है। लेकिन भगवान शिव का एक मंत्र ऐसा है जो उन्हें बेहद प्रिय हैं। इस लिए आज हम आपके लिए भगवान शिव की कृपा पाने के लिए भगवान शिव के कुछ बेहद खास मंत्र लेकर आए हैं। जिनके जरिए आप शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।  

 
मान्यताओं के अनुसार भय से छुटकारा पाने के लिए अगर आप 1100 बार महामृत्युंजय मंत्र का जप करते हैं तो आपको भय से मुक्ति मिलेगी।
 
 
अगर आप रोगों से मुक्ति के लिए 11000 बार महामृत्युंजय मंत्रों का जप करते हैं तो आपको गंभीर रोगों से भी मुक्ति मिल जाएगी।
 
 
पुत्र की प्राप्ति के लिए, उन्नति के लिए, अकाल मृत्यु से बचने के लिए अगर आप शिव के महामृत्युंजय मंत्र का सवा लाख बार जप करते हैं तो आपको जरुर सफलता मिलेगी।
 

अगर आप सावन के महीने में पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ महामृत्युंजय मंत्र की साधना करते हैं तो आपको अवश्य ही वांछित फल की प्राप्ति होगी।

 
भगवान शिव का प्रिय मंत्र महामृत्युंजय मंत्र निम्न प्रकार हैं।
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॥”

अगर आप सावन के महीने में 30 दिनों तक हर रोज इस मंत्र का 108 बार जाप करते हैं तो आप पर भगवान शिव की कृपा बनी रहेगी। तथा आपको समस्त कष्टों से मुक्ति मिलेगी।