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जानें, इतिहास की सबसे खूबसूरत महिला को क्यों मिली ऐसी सजा!

 

माना जाता हैं,कि शरीर की सुंदरता से क्या होता हैं, मन सुंदर होना चाहिए जबकि यह तर्क पूरी तरह सही नहीं हैं। मन की सुंदरता की पहली सीढ़ी आपके शरीर की सुंदरता हैं। वैसे तो हर औरत अपने आप में सुंदर होती हैं मगर सुंदरता की बात करें तो एक ऐसी ही ​महिला थी जिसकी सुंदरता का दीवाना पूरा नगर था। उसकी सुंदरता के चर्चे बहुत दूर—दूर तक थे। आज हम जिस स्त्री के बारे में बात कर रहे हैं,उसे किसी नाम या​ फिर पहचान की कोई जरूरत नहीं हैं।

आपको बता दें कि उस स्त्री का नाम आम्रपाली था। इतिहास के पन्नों में नगरवधू आम्रपाली का बेहद खूबसूरत नारी के नाम से जिक्र होता हैं। इतिहासकार बताते हैं,कि उसकी बड़ी —बड़ी आंखे,चेहरे की सुंदर काया, और शरीर की आकर्षक बनावट को जो भी देखता था वो उसमें ही खो जाता था। उस स्त्री को देखकर ऐसा लगता था, कि ईश्वर ने उसे बड़ी फुरसर से बनाया हैं।

वही इतिहास की वह स्त्री आज भी आम्रपाली के नाम से विख्यात हैं। हर नारी की खूबसूरती उसके व्यक्तित्व में चार चांद लगा देती हैं। मगर आम्रपाली के साथ आखिर ऐसा क्या हुआ कि उसकी सुदंरता ही उसके लिए अभिशाप बन कर रहे गई उसे अपनी खूबसूरती की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी आम्रपाली को नगर वधू यानि की वेश्या बनने के लिए मजबूर होना पड़ा।

आम्रपाली के असली माता—पिता के बारे में तो कोई नहीं जानता हैं,मगर जिन्होने उसका पालन पोषण किया, उन्हें वो एक आम के पेड़ के नीचे मिली थी। जिसकी वजह से उसका नाम आम्रपाली रखा गया।

आम्रपाली का दीवाना हर कोई था—
हरकोई नारी की खूबसूरती का दीवाना होता हैं। यह आम्रपाली की खूबसूरती का ही कमाल था कि वैशाली का हर पुरुष उसे अपनी दुल्हन बनाने के लिए बेताब रहने लगा। लोगों में आम्रपाली के लिए दीवानगी इतनी बढ़ गई थी कि वो उसको पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते थे। लोगो की इस दीवानगी को देखकर उसके माता—पिता घबरा गए क्योंकि वो जानते थे किआम्रपाली की शादी किसी एक से कराई गई तो बाकी के लोग उनके दुश्मन बन जाएंगे और उसे पाने के लिए वैशाली में खून खराबा हो जाएगा।

ऐसे बनी आम्रपाली नगरवधू—
इसी समस्या का हल खोजने के लिए एक दिन वैशाली में एक सभा आयोजित की गई इस सभा में उपस्थित सभी पुरुष आम्रपाली से विवाह करना चाहते थे। जिससे कोई फैसला करना बहुत कठिन हो रहा था। अंत में जो फैसला आया उसकी कल्पना खुद आम्रपाली ने सपने में भी नही की थी। सभा में सर्वसम्मति के साथ आम्रपाली को नगरवधू यानि की वेश्या घोषित कर दिया गया।

ऐसा इस कारण हुआ क्योंकि सभी लोग वैशाली के गणतंत्र को बचाकर रखना चाहते थे। नगर वधू बनने के बाद हर कोई आम्रपाली को पाने के लिए आजाद था। इस एक फैसले ने उसे नगर के सभी लोगों के लिए वेश्या बनाकर रख दिया।

गौतम बुद्ध की शरण में बदल गई आम्रपाली की जिंदगी—
आम्रपाली ने सभी के इस फैसले को अपनी तकदीर का लिखा मानकर स्वीकार कर लिया और सालों तक वैशाली के धनवान लोगों का मनोरंजन किया । मगर एक वक्त ऐसा भी आया जब वो सबकुछ छोड़कर गौतम बुद्ध की शरण में चली गई और बौद्ध भिक्षुणी बनकर अपना जीवन बिताने लगी।