जानिए रामलीला से जुड़ी बातें
दशहरा का पर्व हिंदू धर्म में खास महत्व रखता हैं, वही ये त्योहार अच्छाई पर बुराई की जीत का पर्व हैं वही भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई हिस्सों में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के गुणों की लीलाएं होती हैं, वही ईश्वर से जुड़ी लीला के द्वारा रामकथा का गायन और मंचन सात्विक संस्कारों से अभिमंत्रित करता हैं।
हिंदू धर्म की मान्यता हैं कि रामचरित मानस के प्रचार प्रसार के लिए तुलसीदास ने रामलीला की शुरूआत की थी। तुलसी की रामलीला के पहले भी रामकथा के गायन और उनके चरित्र के नाटय स्वरूप का जिक्र मिलता हैं जैसा कि बाल्मीकि रामायण में लवकुश रामकथा का गायन करते हैं। वही इसी तरह महाभारत में तथा हरिवंश पुराण में भी प्रभु श्री राम के चरित्र को लेकर नाटक का उल्लेख मिलता हैं।
जानिए क्या होती है लीला—
लीला शब्द न केवल राम बल्कि कृष्ण के साथ भी जुड़ा हुआ हैं सही मायने में ईश्वर के अवतार से जुड़ी लीला भारतीय भक्तों की अनूठी परिकल्पना मानी जाती हैं जिसमें केवल आनंद हैं हिंदू धर्म पुराणों ने लीला में देवत्व को भी मानत्व में रूपांतरित किया हैं। प्रभु श्रीराम और श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़े प्रसंगों को देखकर इसे सहज ही जाना जा सकता हैं।