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सिर्फ सुबह ही नहीं शाम को पूजा करने से ज्यादा प्रसन्न होते है शिवजी

 
जयपुर । सावन का महिना शुरू हो चूका हैं । हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष महिता माना जाता हैं।  इसलिए सावन में भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती हैं जिससे भगवान की कृपा हम पर बने और मनवांछित फल की प्राप्ति हो। ऐसा माना जाता है कि सावन के महीने में भगवान सिव की पूजा करने से परिवार में सुख शांति बनी रहती है।
आप भी सावन के महीने में भगवान शिव की विशेष पूजा करके अपने परिवार को दुखों से मुक्ति दिला सकते हैं । आज हम आपको इस आर्टिकल में भगवान शिव की विशेष पूजा के बारे में बताने जा रहे हैं।
शास्त्रों के अनुसार शाम को सूर्यास्त के बाद शिवजी की पूजा करने का विशेष महत्व माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि सूर्यास्त होते ही प्रदोष काल शुरू हो जाता है और रात शुरू होने तक ये समय रहता है। इस दिन और रात के बीच के संधि समय में भगवान शिव की पूजैा का विसेष महत्व होता है। इस समय पूजा करने से वे जल्दी प्रसन्न होते हैं।
शिव पुराण के अनुसार इस समय शिवजी प्रसन्न मुद्रा में रहते हैं। इसलिए इस समय शिवजी की विशेष पूजा करने से भगवान जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं।
शिव मंदिर में जाकर दीपक और धूपबत्ती लगाएं। नदी या कुएं से शुद्ध जल भरकर  शिवजी पर चढ़ाने से वे प्रसन्न हो जाते हैं।
तथा इसके बाद   ऊं नम: शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करने से समस्त दुखों का निवारण होता है।
सावन का महिना शुरू हो चूका हैं । हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष महिता माना जाता हैं।  इसलिए सावन में भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती हैं जिससे भगवान की कृपा हम पर बने और मनवांछित फल की प्राप्ति हो। ऐसा माना जाता है कि सावन के महीने में भगवान सिव की पूजा करने से परिवार में सुख शांति बनी रहती है। सिर्फ सुबह ही नहीं शाम को पूजा करने से ज्यादा प्रसन्न होते है शिवजी