×

श्रीकृष्ण के जीवन से सीखें सफलता के सूत्र

 

भगवान श्रीकृष्ण के जीवन में कई सारी बातें मनुष्य अगर अपने जीवन में उतार ले तो उसका जीवन हमेशा ही सुख शांति के साथ व्यतीत होगा। वही नटखट आराध्य भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित जन्माष्टमी का पर्व इस साल 23 और 24 अगस्त को मनाया जाएगा। वही भगवान श्रीकृष्ण ने अपने जीवन को जिस तरह से प्रेम, पराक्रम और कुशलता के साथ जिए उसकी अभी तक लोग मिसाल देते हैं उन्होंने अपने बचपन में ही अपने अन्यायी मामा कंश का वध किया और फिर अपनी बुद्धिमत्ता और रणनीति कौशल से पांडवों को विजय दिलाई। किसी में सीखने की ललक हो तो वह भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से बहुत ​कुछ सीख सकता हैं भगवान श्रीकृष्ण का पूरा ​जीवन विभिन्न दुर्लभ प्रसंगों से भरा हुआ हैं। हर बार वह नए भाव, नई कला और चाल व चमत्कार से समय को अपने पक्ष में कर लेते थे। यहां हम महाभारत से भगवान कृष्ण के कुछ गुणों की बात कर रहे हैं जिन्हें सफलता सूत्र के रूप में अपनाया जा सकता हैं। दोस्त वही , जो हर समय साथ दें। उन्होंने सुदामा का साथ दिया तो पांडवें का भी। सच्चे दोस्तों को कभी नहीं भूले। महाभारत से पहले वह कौरवों के पास पांडवों से दोस्ती का प्रस्ताव लेकर भी गए थे। वही भगवान श्रीकृष्ण कौरवों के रण कौशल से परिचित थे। पांडवों को इसी आधार पर जीत का तरीका समझाया। वही भगवान श्रीकृष्ण रणनीतिकार थे। अश्वत्थामा जयद्रथ का वध उनकी व्यूह रणनीति का परिणाम हैं। भगवान श्री कृष्ण ने गीता में कर्मयोग के जो सिद्धांत दिए, वही प्रबंधन की शिक्षा में निहित हैं अपने लक्ष्य पर डटे रहों।

नटखट आराध्य भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित जन्माष्टमी का पर्व इस साल 23 और 24 अगस्त को मनाया जाएगा। वही भगवान श्रीकृष्ण ने अपने जीवन को जिस तरह से प्रेम, पराक्रम और कुशलता के साथ जिए उसकी अभी तक लोग मिसाल देते हैं उन्होंने अपने बचपन में ही अपने अन्यायी मामा कंश का वध किया और फिर अपनी बुद्धिमत्ता और रणनीति कौशल से पांडवों को विजय दिलाई। किसी में सीखने की ललक हो तो वह भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से बहुत ​कुछ सीख सकता हैं श्रीकृष्ण के जीवन से सीखें सफलता के सूत्र