×

Vidur niti: इन गुणों वाला मनुष्य होता है सबसे अधिक ज्ञानी, जानिए आज की विदुर नीति

 

हिंदू धर्म में महाभारत को खास महत्व दिया जाता हैं वही महाभारत के सबसे ​लोकप्रिय पात्रों में से महात्मा विदुर बहुत ही ज्ञानी और सरल स्वाभाव के थे। वे भगवान श्रीकृष्ण के बहुत ही अधिक प्रिय थे। महात्मा विदुर हमेशा सत्य बोलते थे और दूरदृष्टि के थे। उन्होंने सबसे पहले बता दिया था कि महाभारत के युद्ध का परिणाम अत्यंत विनाशकारी होगा। कथाओं के मुताबिक इसी तरह महाराज धृतराष्ट्र और विदुर जी के बीच का संवाद मिलता हैं जिसमें महाराज धृष्टराज विदुर जी से पूछते हैं कि सबसे ज्ञानी कौन मनुष्य हैं तो विदुर जी उनके उत्तर दिया, जिसमें उन्होंने कुछ गुणों के बारे में बताया है, ये गुण जिस भी व्यक्ति में होते हैं वह ज्ञानी कहालाता हैं तो आज हम आपको उन्हीं गुणों के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।विदुर जी कहते है कि जो लोग नाशवान चीजों से मोह नहीं रखते हैं और उनका शोक नहीं करते हैं मुसीबत आने पर घबराते नहीं हैं और पूरी क्षमता के साथ बुद्धि का प्रयोग करके समस्याओं का सामना करते हैं ऐसे लोग ज्ञानी होते हैं। जो लोग कार्य को पूरे उत्साह के साथ शुरू करते हैं और उसी उत्साह के साथ उस कार्य को पूरा करता हैं ऐसे लोगों की गिनती ज्ञानी मनुष्यों में होती हैं जो लोग अपने मन को नियंत्रण में रखने की शक्ति रखते हैं वह ज्ञानी कहलाता हैं जो अपने मन को नियंत्रण में रख सकता हैं वह अपनी बुद्धि के बस पर अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता हैं।

महात्मा विदुर विद्वान और अत्यंत ज्ञानी होने के बाद भी बहुत ही सरल स्वाभाव के थे और सभी से आदर पूर्वक व्यवहार करते थे। विदुर महाराज धृष्टराज को आगे बताते हुए कहते हैं कि जो मनुष्य प्रशंसा और सम्मान पाकर भी अहंकार नहीं करता हैं और अपने भीतर समुद्र की गहराई की भांति गंभीरता रखता हैं वही ज्ञानी कहलाता हैं और अपने जीवन में सफलता प्राप्त करता हैं इसलिए मनुष्य को अपने भीतर इन गुणों को समाहित करना चाहिए।