×

कोरोना काल में जरूर पढ़ें महावीर स्वामी के ये अनमोल वचन, कष्टों से मिलेगी मुक्ति

 

कोरोना महामारी ने देशभर में अपना कहर जारी रखा है इस महामारी के कारण लोग कई तरह की परेशानियों से घिर चुके है और उनके जीवन में दुख भी बढ़ गए है ऐसी स्थिति में महावीर स्वामी के अनमोल वचन जीवन के कष्टों से मुक्ति दिला सकते हैं जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी जी की 25 अप्रैल को जयंती मनाई गई इस दिन को जैन समुदाय द्वारा बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता हैं इनका जन्म चैत्र मास के 13वें दिन बिहार के कुंडग्राम के राज परिवार में हुआ था। मान्यता है कि ये जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे। इन्होंने आत्मज्ञान की प्राप्ति की थी। इन्होंने पंचशील सिद्धांत दिए थे और इसके अलावा कई वचन भी दिए थे जो दुनिया के हर समाज में लोगों को प्रेरित करते हैं तो आज हम आपको इस महामारी के दौर में महावीर स्वामी के उन अनमोल वचन के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।यहां पढ़ें महावीर स्वामी के अनमोल वचन—
अपने असल रूप को ना पहचानना ही किसी आत्मा की सबसे बड़ी गलती है और यह केवल तभी ठीक की जा सकती है जब आत्म ज्ञान प्राप्त किया जाए। भगवान का अलग से कोई अस्तित्व नहीं हैं सही दिशा में सर्वोच्च प्रयास कर देवत्व प्राप्त किया जा सकता हैं हर व्यक्ति अपने खुद के दोष की वजह से दुखी होते हैं वे खुद अपनी गलती सुधार कर प्रसन्न हो सकते हैं।

जंगल के मध्य में एक मनुष्य जलते हुए एक ऊंचे पेड़ पर बैठा है वह हर किसी को मरते हुए देखता है मगर उसे यह नहीं पता कि जल्द ही उसका भी यही हस्न होगा। वह आदमी मूर्ख है बाहरी दुश्मन से क्या लड़ना, स्वयं से लड़ो। जो स्वयम पर विजय कर लेगा उसे आनंद की प्राप्ति होगी।

आपकी आत्मा से परे कोई भी शत्रु नहीं हैं आपके भीतर ही असली शत्रु रहते हैं वो है क्रोध, लालच, घमंड, नफरत और आसक्ति। आत्मा अकेले आती है अकेली चली जाती है न कोई उसक साथ देता है न कोई उसका मित्र बनता हैं।