Chanakya Niti: चाणक्य अनुसार घर को स्वर्ग बनाने के लिए ये चीजें है जरूरी
चाणक्य की नीतियां देश विदेश में प्रसिद्ध मानी जाती हैं इनकी नीतियों में मनुष्य के जीवन से जुड़ी कई सारी बातों का जिक्र किया गया हैं चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र ग्रंथ में जहां जीवन जीने की कला को लेकर कई नीतियां बनाई हैं।
परोपकरणं येषां जागर्ति हृद्ये सताम् |
नश्यन्ति विपदस्तेषां संपदः स्यु पदे पदे ||
श्लोक में चाणक्य ने कहा है कि मनुष्य को परोपकारी की भावना से परिपूर्ण होना चाहिए। परोपकार में ही व्यक्ति का आत्म कल्याण निहित होता हैं
यदि रामा यदि च रमा अहितनयो विनयगुणोपेतः।
यदि तनये तनयोत्पतिः सुखमिन्द्रे किमाधिक्यम् ।।
इस श्लोक में सदाचारिणी और पतिव्रत पत्नी, सदगुणों से युक्त पुत्र पौत और आवश्कताएं पूर्ण करने हेतु पर्याप्त धन व्यक्ति के जीवन को सुखमय बनाने के लिए चाणक्य ने उपयुक्त तीनों को अहम माना हैं। चाणक्य के अनुसार अगर मनुष्य को ये तीनों चीजें मिल जाती हैं तो उसके लिए उसका घर ही स्वर्ग समान हो जाता हैं। फिर उसे किसी और स्वर्ग की कोई इच्छा नहीं रह जाती हैं।