×

Chanakya Niti: अपने बच्चों की इन आदतों को न करें नजरअंदाज

 

आचार्य चाणक्य की नीतियां देश विदेश हर जगह प्रचलित मानी जाती हैं इनकी बनाई नीतियों का जो भी पालन कर लेता हैं वो कभी असफल नहीं होता हैं माता पिता अगर अपने बच्चों की गलत आदतों को नजरअंदाज कर देते हैं तो ऐसे बच्चे बड़े होकर संस्कारहीन होते हैं इसलिए चाणक्य ने बच्चों के संस्कार पर जोर दिया हैं चाणक्य एक महान शिक्षक थे और वे बच्चों में शिक्षा के साथ साथ संस्कार के महत्व को बच्छी तरह से जानते थे। चाणक्य नीति में ऐसा कहा गया है कि माता पिता को अपने बच्चों की इन तीन गलत आदतों को कभी भी नजर अंदाज नहीं करना चाहिए तो आज हम आपको उन्हीं आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।

चाणक्य नीति के मुताबिक अगर किसी माता पिता के बच्चे झूठ बोल रहे हैं तो ऐसे मां बाप को तुरंत सावधान हो जाना चाहिए ऐसे में बच्चों को प्यार से समझाना चाहिए। बच्चे सच बोलें इस दिशा में कार्य करना चाहिए। क्योंकि बच्चों की झूठ बोलने की आदत उन्हें आगे चलकर गलत दिशा में ले जा सकती हैं। बच्चों का स्वभाव चंचल और नटखट होता हैं ऐसे में कई बार उन्हें सही और गलत का पता नहीं होता हैं माता पिता का फर्ज है कि बच्चों को सही गलत का अर्थ सिखाएं। अगर बच्चे आपकी बातें नहीं मान रहे हैं तो फिर आपको उन्हें प्यार से समझाना चाहिए और उनकी इस आदत को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। चाणक्य के मुताबिक बच्चों को महापुरुषों की कहानियां सुनानी चाहिए क्योंकि बच्चे कहानियों को बड़े ध्यान से सुनते हैं ऐसे में जब बच्चे महापुरुषों की कहानियां सुनेंगे तो उनके मन में अच्छे विचार पनपेंगे।

बच्चों का ह्रदय कोमल होता हैं वे शरारती जरूर होते हैं अगर उनमें किसी प्रकार की गलत आदत पनप रही है तो आपको उन्हें प्यार से समझाना चाहिए। डांट भी सकते हैं मगर बच्चों पर कभी हाथ उठाना नहीं चाहिए।