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मां सरस्वती के स्वरूप से मिलता है सुखी जीवन जीने का संदेश

 

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते है लेकिन विद्या और ज्ञान की देवी को समर्पित बसंत पंचमी का पर्व बेहद खास होता है इस साल यह त्योहार आज यानी 26 जनवरी दिन गुरुवार को देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है इस दिन मां सरस्वती की पूजा का विधान होता है भक्त आज के दिन देवी मां की पूजा कर उपवास भी रखते है। 

शास्त्र अनुसार इसी ​तिथि पर देवी सरस्वती ब्रह्मा जी के मुख से प्रकट हुई थी मान्यता है कि आज के दिन माता की पूजा करने से साधक को विशेष कृपा प्राप्त होती है, माता के स्वरूप में जन जन के कल्याण के लिए प्रेरणा छुपी हुई है तो आज हम आपको देवी मां के स्वरूप से सुखी जीवन से जुड़े संदेश प्रदान कर रहे है जो आपके जीवन में बहुत काम आएंगे। 

शास्त्र अनुसार देवी मां सरस्वती को कमल बेहद प्रिय है और कमल कीचड़ में पैदा होता है लेकिन बेदाग रहता है वही माता का प्रिय कमल मनुष्य जाति को संदेश प्रदान करता है कि परिस्थिति कैसे भी क्यों न हो लेकिन स्वयं को बेदाग रखना जरूरी है आपके चारों ओर वातावरण जो भी हो मगर उसका प्रभाव स्वयं पर नहीं आने देना चाहिए शुद्ध मन में ही ईश्वर का वास होता है। मां सरस्वती सफेद वस्त्र धारण करती है। 

सफेद रंग शांति का प्रतीक माना जाता है जो यह संदेश प्रदान करता है कि विद्या अध्ययन करने वालों को हमेशा ही शांति और सादगी से रहना जरूरी है। हाथ में पुस्तक धारण करने वाली देवी मां सरस्वती शिक्षा ग्रहण करने की ओर सभी को प्रेरित करती है मान्यता है कि शिक्षा और ज्ञान से ही समाज में सम्मान और सुख समृद्धि मिलती है। मां सरस्वती अपने एक हाथ में वीणा धारण करती है जो कि खुशी बांटने की ओर संकेत करता है वही हंस माता का वाहन माना जाता है जो कि मनुष्य को सही और गलत में फर्क् सिखाता है।