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कठिन परिस्थितियों में भी आपका साथ नहीं छोड़ती ये चीजें कभी न करें अपने से दूर, पढ़ें आज की चाणक्य नीति

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ज्योतिष न्यूज़ डेस्कः जिंदगी का सबसे बड़ा सच ये है कि जिसने भी इस धरती पर जन्म लिया है उसकी मृत्यु तय है जीवनभर व्यक्ति अपने कर्मों का अच्छा बुरा परिणाम स्वयं भोगता है उसके कर्मों के अनुसार ही उसे फल की प्राप्ति होती है वही आचार्य चाणक्य ने मनुष्य जीवन से जुड़ी कई नीतियों के बारे में नीतिशास्त्र में बताया है आचार्य चाणक्य ने व्यक्ति के संबंध को लेकर अपनी नीतियों में विस्तार से वर्णन किया है

चाणक्य नीति के अनुसार मनुष्य के जीवन में कई मित्र होते हैं मगर कुछ ऐसे साथी भी होते हैं जो उसका मरते दम तक साथ नहीं छोड़ते हैं ये कठिन परिस्थितियों में भी व्यक्ति का साथ निभाते हैं जीवन में उसे सही मार्ग दिखाने के साथ साथ तरक्की भी प्रदान करते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख दवारा बता रहे हैं कि चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में मनुष्य के किन साथियों के बारे में बताया है जो मरते दम तक उसका साथ निभाते हैं तो आइए जानते हैं। 

चाणक्य ने बताया है कि जिस मनुष्य के पास ज्ञान का हथियार होता है वो किसी भी परिस्थिति में खुद को अकेला नहीं पाता है विद्या से बड़ा कोई मित्र नहीं होता है विपरीत परिस्थितियों में एक अकेला मनुष्य बुद्धि और ज्ञान के बल पर उस समस्या से बाहर निकल सकता है माना जाता है कि विद्या और ज्ञान के बल पर ही मनुष्य को सफलता मिलती है इसलिए ज्ञान जहां भी मिले उसे लेना ही भला होता है। एक रोगी के लिए औषधि से बड़ा कोई मित्र नहीं होता है क्योंकि बीमारी से छुटकारा पाने के लिए औषघि ही काम आती है जो मनुष्य को गंभीर रोगों से राहत दिलाने का काम करती है

माना जाता है कि अगर दवा नहीं होगी तो व्यक्ति स्वस्थ्य नहीं हो पाएंगा। चाणक्य अनुसार दवाई मृत्यु तक मनुष्य का पूरा साथ देती है इसी के कारण व्यक्ति का स्वास्थ्य बेहतर होता है इसलिए दवा को सच्चा मित्र माना गया है। चाणक्य नीति में धर्म को सच्चा मित्र बताया गया है इसे धन से भी उपर माना गया है धर्म मनुष्य को जीने और मृत्यु के बाद भी उसका साथ निभाता है धर्म हमेशा ही सही मार्ग दिखाने का काम करता है धर्म कर्म के काम की वजह से ही मनुष्य मरने के बाद भी याद किया जाता है और हमेशा ही उसके पुण्य को लोग अपने मन में रखते हैं इसलिए धर्म को भी मनुष्य का सच्चा मित्र बताया गया है।