पितृपक्ष के दौरान गर्भवती महिलाएं भूलकर भी न करें ये काम
बता दें, कि हिंदू धर्म को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता हैं वही इस धर्म में पुराणों से लेकर उपनिषदों तक में गर्भधारण से लेकर मृत्योंपरांत तक कई तरह के संस्कारों के बारे में बताया गया हैं इन्हीं संस्कारों में से एक संस्कार हैं पितृ पक्ष, इस वर्ष पितृ पक्ष की शुरूआत 13 सितंबर से हो रही हैं इस दौरान मनुष्य अपने पितरों को तर्पण देने के साथ उनका श्राद्ध भी करता हैं
गर्भवती महिलाएं श्राद्ध में भूलकर भी न करें ये कार्य—
पितृपक्ष पर गर्भवती महिलाएं किसी एकांत स्थान या फिर जंगल की ओर भूलकर भी ना जाएं। वही माना जाता हैं कि ऐसी जगहों पर नकारात्मक शक्तियों का वास होता हैं, जो गर्भवती महिला और उसके बच्चे की सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकता हैं। वही पितृपक्ष के दौरान गर्भवती महिलाओं के शमशान घाट के पास जाने की भी मनाही होती हैं ऐसा माना जाता हैं कि इस समय पितरों के साथ वहां पर कई बुरी आत्माएं भी मौजूद रहती हैं जो गर्भ में पल रहे शिशु और माता पर अना बुरा प्रभाव डालती है