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चैत्र पूर्णिमा की रात आसमान में जगमगायेगा पिंक मून, जानिए देखने का समय और इसकी खासियत

 

आध्यात्म न्यूज़ डेस्क, शास्त्रों में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व होता है। क्योंकि इस दिन चंंद्रमा का प्रभाव पृथ्वी पर अधिक रहता है। आपको बता दें कि इस साल चैत्र पूर्णिमा 23 अप्रैल को मनाई जाएगी वहीं इस दिन हनुमान जयंती भी है। साथ ही इस साल चैत्र पूर्णिमा पर पिंक मून दिखाई देगा। आपको बता दें कि यह एक खगोलीय घटना है, जब चंद्रमा पृथ्वी के करीब आ जाता है। जिसके चलते चंद्रमा का आकार बड़ा और चमकीला नजर आता है। आपको बता दें कि पिंक मून असल में पूरी तरह गुलाबी दिखाई नहीं देता है बल्कि यह आम चांद की तरह ही सिल्वर और गोल्डन रंग का नजर आता है। आइए जानते हैं पिंक मून की डेट और समय…

वैदिक पंचांग के अनुसार 23 अप्रैल की रात आकाश में पिंक मून का नजारा दिखाई देगा। पिंक मून की शुरुआत 23 अप्रैल सुबह 3 बजकर 24 मिनट पर होगी और अगले दिन 24 अप्रैल, बुधवार को 5 बजकर 18 मिनट तक चलेगा। वहीं 23 अप्रैल के दिन ही पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा।

पिंक मून को स्प्राउटिंग ग्रास मून, एग मून, फिश मून, फसह मून, पक पोया और फेस्टिवल मून के नाम से भी जाना जाता है। वहीं ज्योतिष के अनुसार चैत्र पूर्णिमा को चैती पूनम भी कहते हैं। आपको बता दें कि जब चांद धरती के करीब हो और उस समय पूर्णिमा तिथि को तो पिंक फुल मून होता है। जो घटना आकाश में 23 अप्रैल को दिखाई देगी। पिंक मून नाम, ईस्ट अमेरिका में पाए जाने वाले एक हर्ब मॉस पिंक के नाम पर रखा गया है।

पिंक मून पर पंचग्रही योग बन रहा है। इसके साथ ही मेष राशि में बुध और सूर्य की युति से बुधादित्य योग, शुक्र के अपनी उच्च राशि मीन में आने से मालव्य राजयोग, शनि के मूल त्रिकोण राशि में होने से शश राजयोग का निर्माण हो रहा है।