रहस्यों से भरा है महादेव का यह मंदिर, बढ़ती जा रही है नंदीश्वर की मूर्ति
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: भारत में कई पवित्र तीर्थ स्थल और मंदिर हैं जो लोगों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र माने जाते हैं ये मंदिर अपने चमत्कारों और रहस्यों के लिए भी दुनियाभर में प्रसिद्ध है। आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा भगवान शिव के एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बता रहे हैं जो अपने रहस्यों के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है
इस मंदिर में नंदीश्वर की मूर्ति दिनों दिन बढ़ती जा रही है अभी तक कोई भी इस मूर्ति के आकार के बढ़ने के पीछे की वजह को समझ नहीं पाया है। इस प्रतिमा के आकार में वृद्धि को लेकर भी लोगों में कई मान्यताएं हैं तो आकज हम आपको इसी के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
यागंती उमा महेश्वर मंदिर, आंध्र प्रदेश—
यागंती मंदिर रहस्यमयी शिव मंदिर है जो की आंध प्रदेश के कुरनूल में स्थित है। इस शिव मंदिर को यागंती उमा महेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है यह मंदिर वैष्णव परंपराओं के अनुसार बनाया गया है। जिसका निर्माण 15वीं शताब्दी में विजय नगर साम्राज्य के संगम राजवंश के राजा हरिहर बुक्का रायलु ने करवाया था। बता दें कि यह पवित्र मंदिर प्राचीन पल्लव, चोल, चालुक्य और विजयनगर राजाओं की परंपरराओं को दर्शाता है।
भगवान शिव के वाहन नंदी वैसे तो शिव के हर मंदिर में मौजूद रहते हैं लेकिन इस यागंती मंदिर में मौजूद नंदी की प्रतिमा सभी मंदिरों के नंदीश्वर से अधिक खास मानी जाती है। नंदी की इस मूर्ति को लेकर भक्तों की कई मान्यताएं हैं कहा जाता है कि यहां नंदी की मूर्ति का आकार हर 20 साल में एक इंच बढ़ जाता है। जिस कारण मंदिर के खंभों को एक एक करके हटाना पड़ता है लेकिन इस नंदी मूर्ति के विकास के साथ साथ यह भी कहा जाता है कि कलियुग के अंत में यह नंदी की प्रतिमा पुनर्जीवित हो जाएगी। यहां शिव की साधना करने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं और कष्ट दूर होते हैं।