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इन मंदिरों में दर्शन करने से दूर होता है शनिदोष

 

आपको बता दें कि 24 जनवरी को शनि का मकर राशि में गोचर हो रहा हैं वही ज्योतिष गणना के मुताबिक शनि का गोचर ढाई वर्ष बाद होता हैं एक राशि पर शनि की ढैय्या का प्रभाव ढाई वर्षों तक और साढ़ेसाती का शुभाशुभ प्रभाव साढ़े सात वर्षों तक बना रहता हैं। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक ऐसा भी कहा जाता हैं कि अगर शनि मंदिर के दर्शन किए जाएं तो शनि दोष से मुक्ति मनुष्य को मिल सकती हैं शनि की टेढ़ी नजर जातक पर नहीं पड़ी हैं तो हम आपको बताने जा रहे हैं देश के कुछ प्रसिद्ध शनि मंदिरों के बारे में, तो आइए जानते हैं। बता दें कि शनि भक्तों की आस्था का प्रमुख धाम हैं, शनि शिंगणापुर मंदिर महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित हैं यहां शनि महाराज की कोई मूर्ति नहीं है बल्कि एक बड़ा सा काला पत्थर हैं जिसे शनि का विग्रह रूप माना जाता हैं यहां शनिदेव की पाषाण प्रतिमा एक चबूतरे पर स्थापित हैं। शनि की माया से यह गावं एक चमत्कारी गांव में परिवर्तित हो चुका हैं। तीर्थ नगरी उज्जैन को मध्य प्रदेश की धार्मिक राजधानी भी कहा जाता हैं मंदिरों की इस नगरी में क्षिप्रदा नदी के तट पर शनि मंदिर स्थिति हैं जो कि यहां का प्रमुख दर्शनीय स्थल माना जाता हैं इस मंदिर को लेकर खास बात यह हैं कि यहां शनिदेव अन्य ग्रहों के साथ विराजमान हैं। वही इंदौर मध्यप्रदेश के प्रमुख शहरों में से एक माना जाता हैं यहां पर न्याय के देवता भगवान शनि का एक खास मंदिर बना हैं इस मंदिर को शनिदेव के अन्य मंदिरों से अलग माना जाता हैं इस मंदिर में भगवान शनि का 16 श्रृंगार होता हैं शनिदेव का यह मंदिर बहुत खास हैं।

शनि भक्तों की आस्था का प्रमुख धाम हैं, शनि शिंगणापुर मंदिर महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित हैं यहां शनि महाराज की कोई मूर्ति नहीं है बल्कि एक बड़ा सा काला पत्थर हैं जिसे शनि का विग्रह रूप माना जाता हैं यहां शनिदेव की पाषाण प्रतिमा एक चबूतरे पर स्थापित हैं। शनि की माया से यह गावं एक चमत्कारी गांव में परिवर्तित हो चुका हैं। इन मंदिरों में दर्शन करने से दूर होता है शनिदोष