इस दिव्य मंदिर में शेषनाग के साथ विराजमान है महादेव, लगातार गिरती है जलधारा
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: दुनियाभर में शिव मंदिरों की कमी नहीं है जो भक्तों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र माने जाते हैं। ऐसे में हम आपको महादेव के एक चमत्कारी मंदिर के बारे में बता रहे हैं जो देवभूमि पर स्थित जलाधारी महादेव मंदिर है। यह मंदिर भक्तों की आस्था का बड़ा केंद्र माना जाता है। कहते हैं कि इस मंदिर में कामधेनु गाय और शेषनाग भी विराजमान हैं।
आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में बाबा जलाधारी मंदिर शिव जी का न केवल धाम है बल्कि यहां की अद्भुत और रहस्यमी कथाएं भी इस धरोहर को दिव्य बनाती है। जलाधारी महादेव मंदिर पालमपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर क्यारवां गांव में शिव का यह मंदिर है जो जलाधारी के नाम से प्रसिद्ध है तो आज हम आपको इसी मंदिर के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
जलाधारी महादेव मंदिर—
मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर में भगवान शिव साक्षात विराजमान है। मंदिर में कामधेनु गाय और शेष नाग के प्रमाण भी देखने को मिलते हैं। इस मंदिर में शिवलिंग पर हमेशा जलाभिषेक होता है इसलिए इसे जलाधारी महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है।
मान्यता है कि द्वापर में पांडवों ने यहां तपस्या की थी। कहते हैं कि पहले इस शिव मंदिर में शिवलिंग के उपर कुदरती रूप से 24 घंटे दूध की धारा बहती रहती थी। लेकिन एक दिन कुछ चरवाहों ने दूध धारा से दूध लेकर खीर बना ली। फिर दो तीन दिन बिना शुद्धता के ही दूध का प्रयोग किया गया। उसके बाद से ही महादेव पर कुदरती रूप से चढ़ने वाला दूध जल में बदल गया और तभी तक जल की धारा महादेव पर बरसती है।