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जानिए पवनपुत्र हनुमान के विशेष मंदिर

 

पवन पुत्र हनुमान सर्मपण, त्याग और शक्ति का प्रतीक माने जाते हैं हनुमान जी को सबसे अधिक पूजा जाता हैं वे महादेव के 11वें रुद्रावतार हैं मान्यताओं के मुताबिक हनुमान जी कलियुग के जीवित देवता हैं और आज भी इस धारा पर वे विचरण करते हैं जो भक्त बजरंगबली की सच्चे मन से पूजा करता हैं वे उनकी हर इच्छा को पूर्ण करते हैं। वैसे तो हर जगह पर हनुमान जी के मंदिर हैं मगर देश में कुछ ऐसे हनुमान जी के मंदिर हैं जहां पर भक्तों की बड़ी आस्था और विश्वास हैं तो आज हम आपको उन मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश के इलाहबाद में संगम तट पर स्थित हनुमान जी का एक विशेष मंदिर हैं यह पर इनकी लेटी हुई प्रतिमा हैं। 20 फीट लम्बी इस प्रतिमा को हर वर्ष गंगा जी स्नान कराने के लिए आती हैं देश दुनिया में जहां नदियों के जलस्तर को एक संकट के रूप में देखा जाता हैं वही इस मंदिर के भक्त गंगा जी के जलस्तर को शुभता के नजरिएं से देखते हैं वही मान्यताओं के मुताबिक जिस साल गंगा जी हनुमान जी को स्नान करने में असमर्थ रहती हैं तो वह उसकी भरपाई अगले साल उन्हें कई बार स्नान कराकर करती हैं।

भगवान श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या में स्थित हैं हनुमान जी का भव्य पावन धाम। जिसे लोग हनुमानगढ़ी के नाम से जानते हैं रामजन्मभूमि के करीब यह मंदिर ऊंचे टीले पर स्थित हैं। मंदिर की स्थापना 300 वर्षों पहले हुई थी।

पवन पुत्र हनुमान सर्मपण, त्याग और शक्ति का प्रतीक माने जाते हैं हनुमान जी को सबसे अधिक पूजा जाता हैं वे महादेव के 11वें रुद्रावतार हैं मान्यताओं के मुताबिक हनुमान जी कलियुग के जीवित देवता हैं और आज भी इस धारा पर वे विचरण करते हैं जो भक्त बजरंगबली की सच्चे मन से पूजा करता हैं वे उनकी हर इच्छा को पूर्ण करते हैं। जानिए पवनपुत्र हनुमान के विशेष मंदिर