एकादशी तिथि को हिंदू धर्म में खास माना गया हैं एकादशी तिथि श्री विष्णु की प्रिय तिथियों में से एक हैं परमा एकादशी का व्रत अधिक मास में रखा जाता हैं मान्यताओं के मुताबिक इस एकादशी का व्रत करने से जगत के पालनहार श्री विष्णु आ आशीर्वाद प्राप्त होता हैं और इसके साथ ही दुर्लभ सिद्धियों की प्राप्ति होती हैं इस एकादशी में स्वर्ण दान, विद्या दान, अन्न दान, भूमि दान और गौदान करना चाहिए तो आज हम आपको इस एकादशी व्रत का महत्व और विधि बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
आपको बता दें कि परमा एकादशी का व्रत अधिक मास में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन किया जाता हैं इस वर्ष यह तिथि 13 अक्टूबर दिन मंगलवार को पड़ रही हैं इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद सूर्य देवता को जल अर्पित करें। इसके बाद अपने पितरों का श्राद्ध करें। भगवान विष्णु की पूजा करें। ब्राह्मण को फलाहार का भोजन कराएं और उन्हें दक्षिणा दें। इस दिन परमा एकादशी की व्रत कथा भी सुनें। एकादशी व्रत द्वादशी के दिन पारण मुहूर्त में खोलें। परमा एकादशी व्रत वाले दिन किसी को झूठ नहीं बोलना चाहिए किसी की बुराई नहीं करनी चाहिए। इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान देना अच्छा माना जाता हैं एकादशी तिथि पर जगत के पालन हार श्री विष्णु के साथ देवी मां लक्ष्मी की भी पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना करनी चाहिए ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। इस दिन एक बार ही भोजन करना उचित माना जाता हैं।