जन्माष्टमी विशेष: जन्माष्टमी पर जानिए भगवान कृष्ण के 108 नाम
जन्माष्टमी का त्योहार इस बार दो दिन यानी 11 और 12 अगस्त को मनाया जा रहा हैं यह पर्व हर्षोल्लास का त्योहार होता हैं हर कोई कृष्ण के रंग में डूबा हुआ हैं कृष्ण भक्त अपने कान्हा के जन्म का इंतजार बेसब्री से कर रहे हैं
जगत के पालनहार भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान कृष्ण हें। इन्हें कन्हैया, श्याम, गोपाल, केशव, द्वारकेश या द्वारकाधीश, वासुदेव आदि नामों से जाना जाता हैं भगवान कृष्ण का जन्म द्वापरयुग में हुआ था।
जानिए भगवान कृष्ण के 108 नाम—
अचला, अच्युत, अद्भुतह, आदिदेव, अदित्या, अजन्मा, अजया, अक्षरा, अमृत, अनादिह, आनंद सागर, अनंता, अनंतजीत, अनया, अनिरुद्धा, अपराजित, अव्युक्ता, बाल गोपाल, बलि, चतुर्भुज, दानवेंद्रो, दयालु, दयानिधि, देवाधिदेव, देवकीनंदन, देवेश, धर्माध्यक्ष, द्वारकाधीश, गोपाल, गोपालप्रिय,गोविंदा, ज्ञानेश्वर, हरि, हिरण्यगर्भा, ऋषिकेश, जगद्गुरु, जगदीशा, जगन्नाथ, जनार्धना, जयंतह, ज्योतिरादित्या, कमलनाथ, कमलनयन, कामसांतक, कंजलोचन, केशव, कृष्ण, लक्ष्मीकांत, लोकाध्यक्ष, मदन, माधव, मधुसूदन, महेन्द्र, मनमोहन, मनोहर, मयूर, मोहन, मुरली, मुरलीधर, मुरली मनोहर, नंदगोपाल, नारायन, निरंजन, निर्गुण,पद्महस्ता,पद्मनाभ, परब्रह्मन, परमात्मा, परम पुरुष, पार्थसारथी, प्रजापति, पुण्य, पुरुषोत्तम, रविलोचन, सहस्नाकाश, सहस्नजीत, सहस्नपात, साक्षी, सनातन, सर्वजन, सर्वपालक, सर्वेश्वर, सत्यवचन, सत्यव्त, शंतह, श्रेष्ठ, श्रीकांत, श्याम, श्यामसुंदर, सुदर्शन, सुमेध,सुरेशम, स्वर्गपति, त्रिविक्रमा, उपेन्द्र, वैकुंडनाथ, वर्धमानह, वासुदेव, विष्णु, विश्वदक्शिनह, विश्वकर्मा, विश्वमूर्ति, विश्वरूपा, विश्वात्मा, वृषपर्व, यदवेंद्रा, योगि और योगिनाम्पति।