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जन्माष्टमी के दिन भूलकर भी ना करें ये गलतियां

 

हिंदू धर्म में भगवान श्री कृष्ण को श्री हरि विष्णु के आठवें अवतार के रूप में जाना जाता हैं वही हर साल भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता हैं जन्माष्टमी के कई दिन पहले से ही लोग इसकी तैयारी करने में जुट जाते हैं वही हिंदू धर्म शास्त्रों में जन्माष्टमी का व्रत रखने के कुछ खास नियम बताए गए हैं जिसका पालन करना बहुत ही जरूरी माना जाता हैं। वही जन्माष्टमी के दिन किसी के साथ भी गलत व्यवहार नहीं करना चाहिए। वही गरीब या असहाय मनुष्य को परेशान करने वाले दुख भोगते हैं वही जन्माष्टमी के दिन घर में या उसके आसपास कोई भी पेड़ पौधा लगा हैं तो उसे बिल्कुल भी न काटें। बल्कि इस दिन घर के सभी सदस्य मिलकर एक एक पौधा लगाएं। इससे घर की आर्थिक स्थिति मजबूत होती हैं। वही कृष्ण जन्माष्टमी के त्योहार के अवसर पर वाद विवाद या फिर कलह से दूर रहना चाहिए। मन को शांत रखें और भगवान का ध्यान करें। इस दिन भगवान के भोग में तुलसी का पत्ता जरूर होना चाहिए। बिना तुलसी के भगवान प्रसाद स्वीकार नहीं करते। वही जन्माष्टमी के दिन सात्विक भोजन करना चाहिए। इस दिन मांस, मछली और मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए। घर के मंदिर में मोरपंख रखने से आपके परिवार पर खुशियां बरसती रहती हैं इसके अलावा अगर आप भगवान श्री कृष्ण को प्रसन्न कर उनसे कृपा पाना चाहते हैं तो अपने घर के मंदिर में अवश्य ही वैजयंती माला भी रखें। यह शुभ माना जाता हैं।

कृष्ण जन्माष्टमी के त्योहार के अवसर पर वाद विवाद या फिर कलह से दूर रहना चाहिए। मन को शांत रखें और भगवान का ध्यान करें। इस दिन भगवान के भोग में तुलसी का पत्ता जरूर होना चाहिए। बिना तुलसी के भगवान प्रसाद स्वीकार नहीं करते। वही जन्माष्टमी के दिन सात्विक भोजन करना चाहिए। इस दिन मांस, मछली और मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए। घर के मंदिर में मोरपंख रखने से आपके परिवार पर खुशियां बरसती रहती हैं जन्माष्टमी के दिन भूलकर भी ना करें ये गलतियां