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कान्हा को खुश करने के लिए पूजा में शामिल करें ये चीजें

 

जन्माष्टमी का पर्व भगवान कृष्ण के भक्तों के लिए बहुत ही खास और महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता हैं वही 24 अगस्त को पूरा देश श्रद्धा भाव के साथ जन्माष्टमी का पर्व मनाएंगा। वही भगवान श्रीकृष्ण जी के भक्त इस दिन को लेकर बहुत ही उत्साहित हैं इस दिन को भगवान श्रीकृष्ण को झूला झूलाया जाता हैं प्रसाद के रूप में अनेकों चीजें बनाई जाती हैं और खास तौर पर व्रत रखा जाता हैं वही हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक भगवन कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए उनके इस दिन को विशेष बनाना अति अवश्यक माना जाता हैं वही ऐसे में उनकी पूजा अर्चना में कई ​बातों का भी ध्यान रखना चाहिए। वही आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि जन्माष्टमी की पूजा में किन किन बातों का ध्यान रखना जाएं तो आइए जानते हैं।

भगवान श्रीकृष्ण को मोर पंख बहुत ही प्रिय हैं इसलिए जन्माष्टमी की पूजा अर्चना के समय मोर पंख अवश्य ही करें। इससे प्रभु प्रसन्न हो जाते हैं। वही जिस तरह भगवान राम को धनुष प्रिय हैं ठीक उसी तरह भगवान श्रीकृष्ण को बांसुरी से बहुत ही अधिक लगाव होता हैं जब भगवान कृष्ण बांसुरी बजाते थे तो उनकी मधुर धुन की आवाज सुनकर राधा और उनकी सहेलियां खिंची चली आती थी। वही मोरपंख और बांसुरी के बाद भगवान श्रीकृष्ण को माखन सबसे अधिक प्रिय था। कहा जाता हैं कि जिस रात कान्हा का जन्म हुआ उस रात नंद गांव की गोपियों को सपने में कृष्ण जी दिखे थे और वह उनसे माखन मांग रहे थे। गोपियों को हंसी मजाक में तंग करने के लिए जान बूझकर बाल गोपाल कृष्ण उनके मटकियों से माखन चुरा लिया करते थे।

भगवान श्रीकृष्ण को मोर पंख बहुत ही प्रिय हैं इसलिए जन्माष्टमी की पूजा अर्चना के समय मोर पंख अवश्य ही करें। इससे प्रभु प्रसन्न हो जाते हैं। वही जिस तरह भगवान राम को धनुष प्रिय हैं ठीक उसी तरह भगवान श्रीकृष्ण को बांसुरी से बहुत ही अधिक लगाव होता हैं जब भगवान कृष्ण बांसुरी बजाते थे तो उनकी मधुर धुन की आवाज सुनकर राधा और उनकी सहेलियां खिंची चली आती थी। वही मोरपंख और बांसुरी के बाद भगवान श्रीकृष्ण को माखन सबसे अधिक प्रिय था। कान्हा को खुश करने के लिए पूजा में शामिल करें ये चीजें