हनुमान जयंती विशेष: जानिए कैसे भगवान शिव के अवतारी हैं पवनपुत्र हनुमान
हनुमान जयंती का विशेष पर्व आज देशभर में मनाया जा रहा हैं वही ऐसा कहा जाता हैं कि आज के दिन जो भी मनुष्य सच्चे दिल से पवनपुत्र हनुमान की पूजा अर्चना करता हैं, तो हनुमान उसकी सभी इच्छाएं जल्द ही पूर्ण कर देते हैं। वही हिंदू धर्म के मुताबिक हनुमान जी को महादेव शिव का 12वां रूद्र अवतार माना जाता हैं।
बता दें,कि भगवान शिव अपने भक्तों की पूजा अर्चना से बहुत ही जल्द प्रसन्न हो जाते हैं और हर युग में अपने भक्तों की रक्षा के लिए यह अवतार लिया करते हैं भगवान भोलेनाथ ने 12 रूद्र अवतार लिए हैं जिनमें से हनुमान अवतार को बहुत ही श्रेष्ठ माना जाता हैं। वही हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक राम भक्त हनुमान के जन्म की दो तिथि का उल्लेख प्राप्त होता हैं जिसमें पहला तो उन्हें भगवान भोले का अवतार माना जाता हैं क्योंकि रामभक्त हनुमान की माता अंजनी ने भगवान शिव की घोर तपस्या की थी और उन्हें पुत्र के रूप में प्रापत करने का वर मांगा था।
वही भगवान शिव ने पवन देव के रूप में अपनी रौद्र शक्ति का अंश यज्ञ कुंड में अर्पित किया था। वही शक्ति अंजनी के गर्भ में प्रविष्ट हुई थी फिर चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को भगवान हनुमान का जन्म हुआ था।