व्रत उद्यापन: विधि विधान से करें सावन व्रत का उद्यापन, सभी इच्छाएं होंगी पूरी
3 अगस्त दिन सोमवार को श्रावण मास का आखिरी दिन हैं। इस दिन पूर्णिमा और रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। इस महीने बहुत से लोग भगवान शिव की कृपा पाने के लिए सावन सोमवार या सावन का व्रत रखे हैं ऐसे में अंतिम यानी पांचवें सोमवार को इन व्रतों का उद्यापन किया जाएगा।
उद्यापन वाले दिन जल्दी उठकर स्नान कर सफेद रंग के वस्त्र पहनें। पूजा के लिए एक चौकी लेकर उसे केले के पत्तों और तोजे पुष्पों से सजाएं। आप खुद इस चौकी पर भगवान शिव, माता गौरी, भगवान श्री गणेश, भगवान कार्तिकेय, नंदी बाबा और चंद्रदेव की प्रतिमा स्थापित करें। उसके बाद सभी देवी देवताओं का गंगाजल से अभिषेक कर चंदन, रोली और चावल का टीका लगाएं। फिर बिल्व पत्र, धतूरा और भांग भगवान को अर्पित करें।