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जानिए क्या है दशहरे का महत्व और मान्यता

 

दशहरे के पर्व को हिंदू धर्म में खास महत्व दिया गया हैं, इस दिन बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी। दशहरे के दिन ही प्रभु श्री राम ने रावण पर विजय प्राप्त की थी। इसी दिन नवरात्रि की समाप्ति भी होती हैं और इसी दिन देवी की प्रतिमा का विसर्जन भी किया जाता हैं वही अस्त्र शास्त्रों की पूजा भी इसी दिन होती हैं और विजय पर्व मनाया जाता हैं इस दिन अगर कुछ विशेष प्रयोग किए जाए तो मनुष्य को अपार धन की प्राप्ति होती हैं,तो आज हम आपको दशहरे से जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं, तो आइए जानते हैं।

बता दें, कि दशहर के दिन महिषासुर मर्दिनी मां दुर्गा और प्रभु श्री राम की पूजा करना शुभ माना जाता हैं इससे सम्पूर्ण बाधाओं का नाश होगा और जीवन में विजय श्री प्राप्त होगी। वही आज अस्त्र शस्त्र की पूजा करने से उस अस्त्र शस्त्र से नुकसान नहीं होता हैं आज के दिन मां की पूजा करके आप किसी भी नए कार्य की शुरुआत कर सकते हैं। वही नवग्रहों को नियंत्रित करने के लिए भी दशहरे की पूजा अद्भुत मानी जाती हैं।

जानिए विजय प्राप्ति का मंत्र—
“श्रियं रामं , जयं रामं, द्विर्जयम राममीरयेत।

त्रयोदशाक्षरो मन्त्रः, सर्वसिद्धिकरः स्थितः।।”

नवरात्रि के समापन के साथ मनाएं दशहरा—
आज दोपहर बाद पहले देवी की फिर श्री राम की पूजा करें। देवी और श्री राम के मंत्रों का जाप अवश्य करें। अगर कलश की स्थापना की हैं तो नारियल हटा लें और उसको प्रसाद रूप में ग्रहण करें। वही कलश का जल पूरे घर में छिड़क दें जिससे घर की नकारात्मकता समाप्त हो जाएं।

दशहर के दिन महिषासुर मर्दिनी मां दुर्गा और प्रभु श्री राम की पूजा करना शुभ माना जाता हैं इससे सम्पूर्ण बाधाओं का नाश होगा और जीवन में विजय श्री प्राप्त होगी। आज अस्त्र शस्त्र की पूजा करने से उस अस्त्र शस्त्र से नुकसान नहीं होता हैं आज के दिन मां की पूजा करके आप किसी भी नए कार्य की शुरुआत कर सकते हैं। जानिए क्या है दशहरे का महत्व और मान्यता