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पुष्य नक्षत्र में भूलकर भी न करें ये काम

 

आपको बता दें कि हर व्यक्ति के जीवन में ज्योतिषशास्त्र और ग्रह नक्षत्रों का विशेष महत्व होता हैं वही पुष्य नक्षत्र सभी नक्षत्रों में शुभ माना जाता हैं मगर इस दिन भी कुछ ऐसे कार्य होते हैं जिन्हें करना अच्छा नहीं माना जाता हैं वही आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि दिवाली से पहले पुष्य नक्षत्र पर व्यक्ति को कौन कौन से कार्य नहीं करने चाहिए। वरना व्यक्ति के जीवन में कई सारे परेशानियां आ सकती हैं, तो आइए जानते हैं कि वो कौन से कार्य हैं।

आपको बता दें कि विद्वानों का मत हैं कि इस दिन शादी विवाह नहीं करना चाहिए। क्योंकि पुष्य नक्षत्र के दिन भगवान ब्रह्मा को श्राप मिला था। इसलिए यह नक्षत्र शादी विवाह के लिए शुभ नहीं माना जाता हैं वही पुष्य नक्षत्र अगर बुधवार और शुक्रवार के दिन पड़ रहा हैं तो यह उत्पातकारी माना जाता हैं इसलिए इस दिन ना ही किसी तरह की वस्तु को खरीदें और ना ही कोई शुभ कार्य इस दिन करें। वही चिंतामणि नक्षत्र प्रकरण ग्रंथ के श्लोक दस के मुताबिक कहा जाता हैं कि पुष्प, पुनर्वसु और रोहिणी इन तीन नक्षत्रों में सधवा स्त्री नए स्वर्ण आभूषण और नए वस्त्र धारण नहीं करेंगी। वैसे तो पुष्प नक्षत्र में स्वर्ण खरीदना शुभ माना जाता हैं मगर मुहूर्त के विपरीत यह फलदायक नहीं माना जाता हैं

वही बता दें कि 21 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र का समय दोपहर 01:39 से 22 अक्टूबर की दोपहर 3:38 तक रहेगा। वही इस साल दिवाली से पहले दो दिन पुष्य नक्षत्र होने से इसका महत्व अधिक बढ़ गया हैं। सोम व मंगल नक्षत्र विशेष फलदायी होते हैं वही सोमवार के दिन सोना, चांदी, पुस्तक, बहीखाते व धार्मिक वस्तुएं ले सकते हैं और मंगलवार को मकान, सजावट की वस्तुएं, सोफा, वाहन आदि की खरीद कर सकते हैं।

21 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र का समय दोपहर 01:39 से 22 अक्टूबर की दोपहर 3:38 तक रहेगा। वही इस साल दिवाली से पहले दो दिन पुष्य नक्षत्र होने से इसका महत्व अधिक बढ़ गया हैं। सोम व मंगल नक्षत्र विशेष फलदायी होते हैं वही सोमवार के दिन सोना, चांदी, पुस्तक, बहीखाते व धार्मिक वस्तुएं ले सकते हैं और मंगलवार को मकान, सजावट की वस्तुएं, सोफा, वाहन आदि की खरीद कर सकते हैं। पुष्य नक्षत्र में भूलकर भी न करें ये काम