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सावन में शिव के इन मंत्रों का करें नियमित जाप, जीवन में न आएगी कोई बीमारी, एक्सिडेंट और बुरा समय रहेगा दूर

 

हिंदू धर्म की पूजा पद्धति में मंत्रों का बहुत महत्व है। मान्यता है कि मंत्रों के माध्यम से देवी-देवताओं को प्रसन्न किया जा सकता है और अपनी मनोकामनाएँ पूरी की जा सकती हैं। अब सावन का महीना आने वाला है। सावन के महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा के साथ-साथ मंत्रों का जाप भी अवश्य करना चाहिए। भगवान भोलेनाथ मंत्रों से शीघ्र प्रसन्न होते हैं और हमारे मन में सकारात्मक ऊर्जा भी आती है। तो सावन के महीने में किन मंत्रों का जाप करने से भगवान शिव प्रसन्न हो सकते हैं, आइए ज्योतिषाचार्य से जानते हैं।

क्या कहते हैं ज्योतिषाचार्य
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने बताया कि सावन का महीना 11 जुलाई से शुरू होने वाला है। कई पारंपरिक कथाओं के अनुसार, सावन का महीना भगवान शिव और माता पार्वती को अत्यंत प्रिय है। सावन में भगवान शिव और माता पार्वती को उनकी मनोकामनाओं के लिए पूजा और मंत्रों से प्रसन्न किया जा सकता है। क्योंकि सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ कैलाश पर्वत छोड़कर पृथ्वी पर आते हैं और ब्रह्मांड का संचालन करते हैं।

आप इन मंत्रों से भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं
ज्योतिषियों का कहना है कि हमारी पूजा पद्धति में मंत्रों का बहुत महत्व है। मंत्रों के जाप के बिना कोई भी पूजा अधूरी मानी जाती है। वहीं, ऐसे कई मंत्र हैं, जिनके जाप से भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है, जैसे पंचाक्षर मंत्र। आप बाकी मंत्रों की जानकारी भी यहाँ प्राप्त कर सकते हैं।

<a style="border: 0px; overflow: hidden" href=https://youtube.com/embed/cSsofrlH4PI?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/cSsofrlH4PI/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" title="Shiv Panchakshar Stotra | शिव पंचाक्षर स्तोत्र | Shiv Stotram | पंडित श्रवण कुमार शर्मा द्वारा" width="1250">

पंचाक्षर मंत्र:
सावन के महीने में किसी गुरु से "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप किया जा सकता है। यह एक बहुत ही प्रभावशाली मंत्र है। इस मंत्र के जाप से मानसिक तनाव दूर होता है, आध्यात्मिक विकास होता है और तन-मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

महामृत्युंजय मंत्र:
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।”
इस मंत्र के जाप से भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते हैं। यह बीमारी, असामयिक मृत्यु और दुर्घटनाओं से भी सुरक्षा प्रदान करता है।

शिव गायत्री मंत्र:
"ओम तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्।"
इस मंत्र का जाप करने से जीवन में बहुत ही सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति की मनोकामनाएं शीघ्र पूरी होती हैं।