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Adhik Maas 2020: पुरुषोत्तम मास में रखें यह व्रत, सभी परेशानियां होंगी दूर

 

एकादशी तिथि को हिंदू धर्म में शुभ और पवित्र माना जाता हैं यह आश्विन अधिक मास चल रहा हैं यह महीना 16 अक्टूबर को समाप्त हो जाएगा। शास्त्रों में इसे पुरुषोत्तम माह कहा गया हैं इस महीने श्री हरि विष्णु की पूजा की जाती हैं अधिक मास में मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं मगर ऐसे कई कार्य हैं जो इस महीने करने से शुभ फल की प्राप्ति होती हैं। इस माह में श्री हरि विष्णु और भगवान शिव की पूजा का महत्व बताया गया हैं इसलिए इस महीने सोमवार के दिन शिव पूज करनी चाहिए। गुरुवार के दिन श्री विष्णु की पूजा जरूर करनी चाहिए। अधिक मास में नवग्रहों की शांति के लिए शनिवार के दिन नवग्रह शांति के उपाय करने चाहिए। तो आज हम आपको इस व्रत से जुड़ी जानकारी बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।

हिंदू धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि पुरुषोत्तम मास में सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से दस गुना अधिक फल की प्राप्ति होती हैं इस माह सोमवार के दिन शिव की पूजा का महत्व होता हैं शिव आराधना व पूजा के लिए सोमवार व्रत रखना चाहिए। पुरुषोत्तम मास में बुधवार के दिन श्री गणेश की पूजा करनी चाहिए। पद्मपुराण में यह बताया गया है कि अधिक मास में गुरुवार से लेकर शनिवार, रविवार और सोमवार का व्रत रखने वाले लोगों के जीवन में सुख शांति और समृद्धि का आगमन होता हैं। इस मास में रुद्राभिषेक का भी विशेष महत्व होता हैं शास्त्रों के मुताबिक पुरुषोत्तम माह में नवग्रहों की शांति के उपाय जरूर करने चाहिए। यह उपा शनिवार के दिन रुद्राभिषेक करना चाहिए। अधिक मास में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पद्मिनी एकादशी व्रत आता हैं ऐसा कहा गया है कि इस मास जो मनुष्य यह व्रत करता हैं उसे सभी एकादशी व्रत के समान फल की प्राप्ति होती हैं पद्मिनी एकादशी व्रत इस महीने 27 सितंबर दिन रविवार को पड़ रहा हैं।