×

खाटू श्याम दर्शन के दौरान वीडियो में जाने वो 7 गलतियां जिन्हें आपको भूलकर भी नहीं करना चाहिए, वरना बाबा नही बनेंगे आपका सहारा 

 

राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम मंदिर एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। खाटू श्याम जी, जिन्हें बर्बरीक के नाम से भी जाना जाता है, अपने भक्तों के बीच विशेष स्थान रखते हैं। हालांकि, खाटू श्याम मंदिर में दर्शन करने के दौरान भक्तों को कुछ सामान्य गलतियों से बचने की सलाह दी जाती है, ताकि उनका आशीर्वाद और कृपा पूर्ण रूप से प्राप्त हो सके।अगर आप भी खाटू श्याम मंदिर जाने का विचार कर रहे हैं, तो यहाँ हम आपको बताएंगे कि दर्शन करते समय आपको किन गलतियों से बचना चाहिए, ताकि आपकी यात्रा का अनुभव शुभ और संतुष्टिदायक हो।

<a href=https://youtube.com/embed/bT30sShYbPc?autoplay=1&mute=1><img src=https://img.youtube.com/vi/bT30sShYbPc/hqdefault.jpg alt=""><span><div class="youtube_play"></div></span></a>" style="border: 0px; overflow: hidden"" title="Khatu Shyam Mandir | खाटू श्याम मंदिर का पवित्र इतिहास, दर्शन, कैसे जाएँ, कथा, मान्यता और लक्खी मेला" width="695">
1. बिना स्नान किए मंदिर में प्रवेश करना
खाटू श्याम मंदिर में प्रवेश से पहले साफ-सफाई और शुद्धता का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। मंदिर में जाने से पहले आपको स्नान करके शुद्ध होना चाहिए। गरुड़ पुराण और अन्य धार्मिक ग्रंथों में यह कहा गया है कि देवता के दर्शन के लिए शुद्ध और पवित्र होना आवश्यक है। बिना स्नान किए मंदिर में प्रवेश करना एक सामान्य गलती हो सकती है, जो शास्त्रों के अनुसार उचित नहीं है।
उपाय: मंदिर जाने से पहले स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनकर ही मंदिर में प्रवेश करें।

2. नंगे पैर मंदिर में प्रवेश करना
अधिकांश हिंदू मंदिरों में नंगे पैर प्रवेश की परंपरा है, लेकिन खाटू श्याम मंदिर में यह विशेष रूप से अनिवार्य है। नंगे पैर दर्शन करने से एक तो आपको पवित्रता का अनुभव होता है और दूसरे, यह आपके श्रद्धा भाव को भी व्यक्त करता है। अगर आप अपने जूतों या चप्पलों के साथ मंदिर में प्रवेश करते हैं, तो यह न केवल शास्त्रों के विपरीत है, बल्कि मंदिर की आस्था को भी ठेस पहुँचाता है।
उपाय: मंदिर में प्रवेश से पहले जूते चप्पल बाहर ही छोड़ दें और नंगे पैर ही अंदर जाएं।

3. अनुशासनहीनता और शोर-शराबा करना
खाटू श्याम मंदिर में शांति और श्रद्धा का वातावरण होता है। भक्तों से अनुरोध किया जाता है कि वे मंदिर के भीतर शोर-शराबा न करें, न ही कोई अनुशासनहीनता प्रदर्शित करें। दर्शन करते समय, आपकी पूरी श्रद्धा श्याम जी की भक्ति में होनी चाहिए। यदि आप मंदिर में शोर मचाते हैं या दूसरों की श्रद्धा का मजाक उड़ाते हैं, तो यह न केवल आपके खुद के पुण्य को नष्ट कर सकता है, बल्कि अन्य भक्तों के अनुभव को भी प्रभावित कर सकता है।
उपाय: हमेशा शांतिपूर्वक और श्रद्धा भाव से दर्शन करें। दूसरों को भी शांति का अनुभव करने का अवसर दें।

4. बेलपत्र या फूल की सही तरीके से पूजा न करना
खाटू श्याम जी के मंदिर में बेलपत्र, फूल, और अन्य पूजा सामग्री अर्पित करने की विशेष परंपरा है। यह पूजा विधि विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि यह श्याम जी को अर्पित किया जाता है। कई बार भक्त बिना सही तरीके से पूजा सामग्री अर्पित करते हैं, जो शास्त्रों के विपरीत होता है। यह भी एक गलती मानी जाती है, क्योंकि पूजा की विधि का पालन करना बहुत आवश्यक होता है।
उपाय: मंदिर में पूजा करते समय सही पूजा विधि का पालन करें और शास्त्रों के अनुसार ही पूजन सामग्री अर्पित करें।

5. पैसे और दान में ध्यान न देना
खाटू श्याम मंदिर में दान का विशेष महत्व है। हालांकि, कुछ भक्त बिना समझे-बूझे पैसे अर्पित करते हैं या धन का दान करते हैं, जो ठीक नहीं माना जाता। दान करते समय हमेशा सोच-समझ कर दान करें, क्योंकि यह आपके दिल की भावनाओं को व्यक्त करने का माध्यम होता है, न कि मात्र एक औपचारिकता। साथ ही, दान राशि में अत्यधिक या अत्यल्प होने की बजाय संतुलन बनाए रखें।
उपाय: दान करते समय उचित राशि अर्पित करें और हमेशा शुद्ध हृदय से दान करें।

6. मंदिर में बिना अनुमति के फोटोग्राफी करना
खाटू श्याम मंदिर में दर्शन करते समय फोटोग्राफी पर सख्ती से रोक लगाई जाती है। यह भक्तों की श्रद्धा और मंदिर के पवित्रता को बनाए रखने के लिए किया जाता है। कई लोग बिना अनुमति के मंदिर के अंदर फोटोग्राफी करते हैं, जो कि मंदिर प्रशासन के नियमों का उल्लंघन है।
उपाय: मंदिर में दर्शन करते समय फोटोग्राफी से बचें और हमेशा मंदिर के नियमों का पालन करें।

7. मंदिर में प्रवेश के समय किसी से झगड़ा या बहस करना
कई बार भक्तों में दर्शन के समय अधिकतम समय पाने के लिए या काउंटर पर लाइन तोड़ने के कारण विवाद होते हैं। खाटू श्याम जी के मंदिर में सभी को समान श्रद्धा के साथ दर्शन करने का अवसर मिलता है। मंदिर के अंदर झगड़ा या बहस करना न केवल आपके पुण्य को नष्ट करता है, बल्कि मंदिर के वातावरण को भी गंदा करता है।
उपाय: मंदिर में शांति बनाए रखें और एक-दूसरे का सम्मान करें। किसी भी प्रकार की बहस या झगड़े से बचें।

निष्कर्ष
खाटू श्याम मंदिर में दर्शन करने का अनुभव बहुत ही अद्भुत और आत्मिक होता है। लेकिन, जैसे किसी भी धार्मिक स्थल पर कुछ नियम होते हैं, वैसे ही खाटू श्याम मंदिर में भी कुछ विशेष बातें हैं, जिनका पालन करना आवश्यक है। श्रद्धा और विश्वास के साथ यदि आप इन गलतियों से बचते हैं, तो खाटू श्याम जी का आशीर्वाद और कृपा निश्चित रूप से आपके जीवन में आएगी। तो अगली बार जब आप खाटू श्याम मंदिर जाएं, इन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखें और एक शुद्ध मन और श्रद्धा से दर्शन करें।