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इस तकनीक की मदद से नेता इतने शानदार भाषण दे पाते हैं

 

जयपुर। अक्सर आपने बड़ी-बड़ी हस्तियों को किसी भी भाषा में बिना देखे शानदार भाषण देते हुए देखा होगा। हम आपको बता दे कि इसमें कमाल नेता का नहीं बल्कि उस तकनीक का है जिसने यह संभव कर दिखाया है। जी हां, इसी तकनीक के दम पर तो मोदी और ओबामा जैसे कद्दावर नेता बेबाक भाषण दे पाते हैं। खास बात यह है कि इस उपकरण की मदद से दुनिया की किसी भी भाषा में बिना रूके फर्राटेदार भाषण दिया जा सकता है। इस तकनीक का प्रयोग कई नेता आजकल अपने भाषण के दौरान करते हैं। इस तकनीक को टैलिप्रोम्प्टर कहा जाता है।  

हालांकि आम बोलचाल की भाषा में इसे एक प्रोम्प्टर या ऑटोक्यू भी कहा जाता है। हम आपको बता दे कि यही वो उपकरण है जो नेताओं को बिना रोकटोक के अपना भाषण पढ़ने क सहूलत देता है। यानी इस उपकरण की मदद से नेता दर्शकों के साथ आँखों में आँखें डालकर बिना रूके स्क्रिप्ट पढ़ते हुए भाषण दे सकता है। दर्शकों को यही लगता है कि वह नेता अपने मन से बोल रहा है। लेकिन असल में यह इस तकनीक का कमाल है।

टैलिप्रोम्प्टर का उपयोग परंपरागत रूप से मुख्यतया टीवी पर प्रस्तुतकर्ता कैमरे में देखते हुए स्क्रिप्ट पढ़ने के लिए किय़ा करते हैं। आम तौर पर समाचार पढने वाले इस तकनीक की ही मदद लेते हैं। लेकिन इन दिनों राजनेता भी इसका इस्तेमाल अपनी सार्वजनिक सभाओं में करने लग गए हैं। बात अगर तकनीक की की जाए तो टैलिप्रोम्प्टर में आमतौर पर दो दर्पण काम में लिए जाते हैं। ये दोनों ही अर्ध-पारदर्शी कांच होते हैं।

प्रत्येक दर्पण को 45 डिग्री कोण पर एक छोटे एवं पतले स्टैंड पर रखा जाता है। वक्ता की सुविधानुसार लिखित सामग्री को इस दर्पण में दिखाया जाता है। दर्पण के निचले हिस्से पर एक फ्लैट एलसीडी मॉनीटर लगा होता है। यह मॉनीटर भाषण के शब्दों को साफ तरीके से धीरे धीरे प्रदर्शित करता है। आम तौर पर एक ऑपरेटर वक्ता की गति को नियंत्रित करता है। वह वक्ता की बातों को सुनकर उसी के मुताबिक मॉनीटर को नियंत्रित करता है।