जल्द ही मुमकिन होगा इंसानी सिर का प्रत्यारोपण, चूहे पर हुआ सफल प्रयोग
जयपुर। इन दिनों मेडिकल साइंस ने इतनी प्रचुर तरक्की कर ली है कि अब बहुत कुछ ऐसा होने लगा है जो पहले नामुमकिन सा लगता था। शरीर के कई अंगों की ट्रांसप्लांट सर्जरी के बारे में तो आपने सुना ही होगा। आए दिन खबर आती रहती है कि दिल, जिगर, लीवर, से लेकर शरीर के कई सारे अंग सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किए जाते हैं। मगर क्या मानव के सिर का ट्रांसप्लांट संभव है? यह सवाल सदियों से इंसान के मन में किसी चीते की तरह तेजी से दौड़ रहा है।
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दरअसल अब तक इंसानी सिर के प्रत्यारोपण को एक असंभव कार्य मानकर इससे पल्ला झाड़ा जाता रहा है। मगर वैज्ञानिकों के दिमाग मे एक खोजी कीड़ा हमेशा ही कुलबुलाता रहता हैं। तो इसी कीड़े ने वैज्ञानिकों को सिर की जगह नया सिर लगाने का प्रयास करने को प्रेरित किया है। शोधकर्ताओं की माने तो जल्द ही इंसानी सिर का भी ट्रांसप्लांट करना भी मुमकिन हो पाएगा। दरअसल वैज्ञानिकों ने चूहे पर सफल प्रयोग करते हुए एक चूहे का सिर दूसरे चूहे के धड़ पर ट्रांसप्लांट कर दिया है। इसी सफलता के बाद इंसानों पर भी ऐसा ही एक प्रयोग किए जाने की योजना है।
हालांकि यह इंसानी पर इस तरह का प्रयोग किए जाने की चारों ओर कड़ी आलोचना हो रही है। खास तौर पर धार्मिक तबके ने इस बात का पुरजोर विरोध किया है कि कुदरती चीजों के साथ इंसान की यह छेड़छाड़ किसी नई आफत को दावत दे सकती हैं। बता दे कि चूहे पर की गई इस ट्रांसप्लांट सर्जरी में वैज्ञानिकों ने एक छोटे चूहे के सिर को एक बड़े चूहे के शरीर से सफलतापूर्वक जोड़ दिया हैं।
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खास बात यह है कि ऑपरेशन के बाद जिस चूहे का सिर बदला गया है, वह दोबार देख भी सकता है, और दर्द भी महसूस कर पा रहा है। मतलब साफ है कि अगला नंबर इंसान का ही है। गौरतलब है कि इस प्रयोग से इटली के विवादित न्यूरोसर्जन सेरिगो केनावेरो भी जुड़े हुए हैं। सेरिगो कह चुके हैं कि साल 2018 के अंत तक वह इंसानी सिर को ट्रांसप्लांट करके ही दम लेंगे। हालांकि कुछ वैज्ञानिकों ने इस ट्रांसप्लांट को सिरे से नकार दिया है।